अभिषेक जायसवाल/ वाराणसी: इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है.इस युद्ध के बीच मोदी सरकार ने इजरायल में फंसे लोगों के लिए मिशन ‘अजय’ चला रखा है.इस मिशन के तहत वाराणसी के रहने वाले राहुल सिंह सोमवार को अपने घर वापस लौटे तो परिवार में फिर से खुशियां लौट आई.वाराणसी पहुंचे राहुल ने पीएम मोदी को इसके लिए थैंक्स कहा. साथ ही इस ख़ौफनाक मंजर की दास्तां भी सुनाई.
News 18 से बातचीत में राहुल ने बताया कि वो 7 अक्टूबर को युद्ध शुरू होने के साथ वो जेरुसलम में फंसे थे और सायरन कि आवाज से मन में ख़ौफ़ भी था.राहुल ने बताया कि उनके हॉस्टल से कुछ दूर पर स्थित उनके कॉलेज कैम्पस में भी बम फटा था जिसके बाद वो और भी सहम गए थे.
2 दिन का राशन का बाकी फिर…
उन्होंने बताया कि यह युद्ध इतना अचानक हुआ कि इस दौरान उनके पास सिर्फ 2 ही दिन का राशन था और बाहर घर से निकलने पर अनजान खतरा भी.इस बीच स्थानीय लोगों ने उनकी काफी मदद की.जिसके कारण वापस उन्होंने सुपर बाजार से खाने का राशन ले आए.7 से 10 अक्टूबर तक का समय बेहद ही ख़ौफनाक था.
घर पर 24 घण्टे नहीं कि बात
राहुल ने बताया कि इजराली सरकार की ओर से इस युद्ध के बीच मोबाइल फोन के इस्तेमाल करने को लेकर भी एडवाइजरी जारी हुई थी.जिसके बाद उन्होंने पूरे 24 घण्टे तक अपने घर परिवार से बात नहीं की. जिसके कारण उनके घरवाले और भी घबरा गए और वाराणसी के प्रधानमंत्री जनसम्पर्क कार्यालय में उन्होंने बेटे के वतन वापसी की गुहार लगाई.
द हिब्रू यूनिवर्सिटी ऑफ जेरुसलम से कर रहे थे पढ़ाई
जिसके बाद विदेश मंत्रालय इस मामले में हस्तक्षेप किया और अब मिशन अजय के तहत राहुल को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया.बताते चलें कि राहुल दिसम्बर 2022 में इजरायल गए थे.वो इजरायल के द हिब्रू यूनिवर्सिटी ऑफ जेरुसलम से फार्मेसी में पीएचडी कर रहें थे.इस दौरान वो यूनिवर्सिटी के ही साफ़्रा कैम्पस में स्थित डॉरमेट्री में रहते थे.
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FIRST PUBLISHED : October 17, 2023, 07:54 IST