नई दिल्ली:
International Women’s Day 2024: महिला दिवस का मनाया जाना 8 मार्च को विशेषतः महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका और समाज में उनके सम्मान को मानने का एक त्योहार है. यह दिन विशेष रूप से महिलाओं के समाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक परिस्थितियों पर ध्यान देने के लिए मनाया जाता है, साथ ही उनके अधिकारों और स्वतंत्रता को समझाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम होता है. इस दिन को मनाकर महिलाओं की उपलब्धियों, उनके समृद्धि में सहायक भूमिका, और उनके स्थान को महत्वपूर्णता प्रदान की जाती है. इस दिन को विभिन्न क्षेत्रों में संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और महिलाओं के समर्थन और उनके अधिकारों को समझाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.
1. ऐतिहासिक महत्व: 8 मार्च 1908 को न्यूयॉर्क शहर में 15,000 महिलाओं ने काम के घंटे कम करने, वेतन में समानता और मतदान का अधिकार देने की मांग को लेकर रैली निकाली थी. 1910 में, कोपेनहेगन में आयोजित सोशलिस्ट इंटरनेशनल की द्वितीय महिला सम्मेलन में, जर्मन सोशलिस्ट क्लारा ज़ेटकिन ने महिलाओं के लिए एक अंतरराष्ट्रीय दिवस स्थापित करने का प्रस्ताव रखा. 1911 में, ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्ज़रलैंड में पहली बार 8 मार्च को महिला दिवस मनाया गया. 1975 में, संयुक्त राष्ट्र ने 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मान्यता दी.
2. प्रतीकात्मक महत्व: 8 मार्च का दिन महिलाओं की ताकत, एकता और संघर्ष का प्रतीक बन गया है. यह दिन महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाने और लैंगिक समानता के लिए किए गए प्रयासों को याद करने का अवसर प्रदान करता है.
3. वैश्विक महत्व: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस दुनिया भर में मनाया जाता है. यह विभिन्न संस्कृतियों और देशों की महिलाओं को एकजुट करता है और लैंगिक समानता के लिए एकजुट आवाज उठाने का अवसर प्रदान करता है.
4. निरंतर संघर्ष: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस हमें लैंगिक समानता के लिए किए गए प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रेरित करता है. यह दिन महिलाओं के खिलाफ हिंसा, भेदभाव और अन्याय के खिलाफ लड़ने का आह्वान करता है.
8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह महिलाओं के अधिकारों और लैंगिक समानता के लिए किए गए संघर्ष का प्रतीक है. यह दिन महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाने और लैंगिक समानता के लिए किए गए प्रयासों को जारी रखने का अवसर प्रदान करता है.