इंदौर: जिले के कृष्ण बाग कॉलोनी में दो सप्ताह पहले सिक्योरिटी गार्ड द्वारा जीजा-साले की हत्या के मामले में नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई की है। दोनों आरोपियों के घर को तोड़ने के लिए नगर निगम का अमला बुलडोजर लेकर पहुंचा। निगम के साथ भारी पुलिस बल भी मौजूद था। मकान तोड़ने की सूचना मिलते ही करणी सेना के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का विरोध करने लगे। अफसरों से काफी देर बात करने के बाद वह राजी हुए। जिसमें आरोपी गार्ड के घर के आगे का हिस्सा ढहा दिया गया।
दरअसल, खजराना में डॉगी के विवाद में सिक्योरिटी गार्ड द्वारा गोली चलाने से दो लोगों की मौत हो गई थी। मामले में गुरुवार को इंदौर नगर निगम का अमला आरोपी के घर बुलडोजर लेकर पहुंचा। निगम की टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी के मकान के आगे का हिस्सा ढहा दिया।
दरअसल, खजराना में डॉगी के विवाद में सिक्योरिटी गार्ड द्वारा गोली चलाने से दो लोगों की मौत हो गई थी। मामले में गुरुवार को इंदौर नगर निगम का अमला आरोपी के घर बुलडोजर लेकर पहुंचा। निगम की टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी के मकान के आगे का हिस्सा ढहा दिया।
एसीपी कुंदन मंडलोई ने बताया कि हत्या के आरोपी राजपाल ने 13 अगस्त की रात को कुत्ता घुमाने को लेकर हुए विवाद में अपनी लाइसेंसी बंदूक से हवाई फायर किया था। जिसमें 6 लोग घायल हो गए थे। वहीं राहुल और विमल की मौके पर मौत हो गई थी। राहुल वर्मा और विमल अमला रिश्ते में जीजा-साले थे।
वही इंदौर सेन समाज समिति के अध्यक्ष नीलेश शैलू सेन ने कहा कि आज नगर निगम और प्रशासन ने केवल नाम मात्र की कार्रवाई की है। मकान के सामने का कुछ हिस्सा ही तोड़ा है। सिर्फ अवैध निर्माण पर रिमूवल लगाकर अपने काम को इतिश्री किया है। इसलिए अब पूरा सेन समाज इसको लेकर आंदोलन करेगा।