Indore: धार्मिक कट्टरता फैलाने के आरोप में इस कॉलेज के प्रोफेसरों को किया जाएगा टर्मिनेट! मंत्री ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश

हाइलाइट्स

इंदौर के -गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में धार्मिक कट्‌टरता फैलाने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है.
मामले को लेकर विवाद बढ़ा तो कॉलेज प्रशासन ने 6 शिक्षकों को 5 दिन के लिए कार्यमुक्त कर दिया है.

इंदौर. इंदौर के शासकीय गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में धार्मिक कट्‌टरता फैलाने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. कॉलेज के प्रोफेसर पर धारा 370 को लेकर छात्रों को भ्रामक जानकारी देने का आरोप भी लगा है. मामले को लेकर विवाद बढ़ा तो कॉलेज प्रशासन ने 6 शिक्षकों को 5 दिन के लिए कार्यमुक्त कर दिया है. साथ ही मामले में जांच की बात भी कही है. इधर इस मामले में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने अतिरिक्त संचालक से जांच कराने की बात कही है.

दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की तर्ज पर इंदौर में भी कॉलेज में धार्मिक कट्टरता फैलाने का मामला सामने आया है. शासकीय लॉ कॉलेज के प्रोफेसर्स पर धार्मिक कट्‌टरता फैलाने और अनुशासनहीनता के आरोप लगे हैं. ABVP के छात्र नेताओं ने शिक्षकों पर कॉलेज का माहौल खराब करने और विवादित टिप्पणियां करने का आरोप लगाया है.

छात्रों ने कॉलेज के शिक्षकों पर लगाए गंभीर आरोप 

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वहीं छात्रों ने लॉ कॉलेज में हिंदू धर्म के खिलाफ और मुस्लिम धर्म के पक्ष में पढ़ाने वाली एक किताब सबूत के तौर पर छात्र संगठनों ने प्राचार्य के सामने रखी. एबीवीपी नेता ने कहा कि यह किताब कॉलेज की लाइब्रेरी में मौजूद हैं. इसका नाम ‘सामूहिक हिंसा एवं दांडिक न्याय पद्धति’ है। इसमें धारा 370, आरएसएस सहित हिन्दू संगठन को लेकर आपत्तिजनक लेख लिखे हैं. यह किताब लेखिका फरहत खान ने लिखी है. यह भी कहा है कि कुछ शिक्षक छात्राओं को बाहर चलने और अकेले में कैफे पर मिलने के लिए भी बुलाते हैं. इंटरनल मार्क्स का हवाला देकर छात्राओं पर दबाव बनाया जाता है.

हंगामे के दौरान कुछ विद्यार्थियों ने कहा कि कक्षाओं में राष्ट्र विरोधी मानसिकता का प्रचार-प्रसार किया जाता है. शिक्षक अधिकांश समय इस्लाम से जुड़ी बातें करते हैं, जिसका पाठ्यक्रम से कोई लेना-देना नहीं है. वहीं छात्राओं का कहना है कि कॉलेज के प्रोफेसर कॉलेज के बाद लड़कियों को कॉफी शॉप में बुलाने के लिए दबाव बनाते हैं.

कॉलेज के प्राचार्य भावुक होकर रोने लगे 

इस बारे में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. इनार्मुरहमान का कहना है कि आज तक इस कॉलेज में ऐसा कुछ नहीं हुआ है. यहां के सभी टीचर पढ़ाई और काम के प्रति समर्पित हैं. रात को देर तक बैठकर काम करते हैं. कॉलेज को नैक की बी ग्रेड मिली हुई है. हाला की शिकायत मिलने के बाद 6 प्रोफेसेर को 5 दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया है. जिन शिक्षकों पर धार्मिक कट्‌टरता फैलाने और अनुशासनहीनता के आरोप लगे हैं उनमें प्रो. अमीक खोखर, डॉ. मिर्जा मोजिज बेग, डॉ. फिरोज अहमद मीर, प्रो. सुहैल अहमद वाणी, प्रो. मिलिंद कुमार गौतम और डॉ. पूर्णिमा बीसे शामिल हैं. प्राचार्य डॉ. इनामुर्रहमान ने कहा कि ‘सामूहिक हिंसा एवं दांडिक न्याय पद्धति’ किताब के लिए लेखक और प्रकाशक दोषी हैं लाइब्रेरी में ये किताब कैसे आई इसकी जांच करवाएंगे. कमेटी ने लाइब्रेरी में किताब का सिलेक्शन कैसे किया, इसकी भी जांच होगी. इससे संबंधित  सभी किताबों को नष्ट कराया जाएगा. प्राचार्य न्यूज 18 से बात करते हुए भावुक हो गए और रोने भी लगे.

उच्च शिक्षा मंत्री ने दोषियों को टर्मिनेट करने का दिया निर्देश 

लॉ कॉलेज में धार्मिक कट्टरता फैलाने का मामले ने लगातार तूल पकड़ लिया है. अब इस मामले में मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव का बयान सामने आया है. उनका कहना है कि किसी भी विश्वविद्यालय में इस तरह से देश विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मामले में उच्च स्तरीय स्वतंत्र कमेटी जांच कर रही है जिसका नेतृत्व अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा करेंगे. उच्च शिक्षा मंत्री का कहना है कि जांच में गड़बड़ी पाई गई तो प्रोफेसरों को टर्मिनेट भी किया जाएगा. हालांकि मध्यप्रदेश के एजुकेशन हब कहे जाने वाले इंदौर में जब कॉलेज में धार्मिक कट्टरता फैलाने के का मामला सामने आया है तो ऐसे में कॉलेज प्रबंधन  पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं.

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