INDIA vs Bharat Row: 90 साल में इन 15 से अधिक देशों ने बदले नाम, इनमें 3 हैं भारत के पड़ोसी

INDIA vs Bharat Row: आम जनता से लेकर राजनीतिक गलियों में इस तरह की चर्चा जोरों पर है कि 18-22 सितंबर तक चलने वाले संसद के विशेष सत्र में INDIA नाम को हटा कर पूरी तरह देश का नाम भारत करने के लिए बिल लाया जा सकता है। इसके बाद INDIA vs Bharat की बहस छिड़ी हुई है। किसी देश का नाम बदलना कोई नई बात नहीं है। भारत के दो पड़ोसी देशों का नाम भी बदला है, जिसके बाद इन्हें नए नाम म्यांमार और श्रीलंका से जाना जाता है। आइये जानते हैं कि किन-किन देशों ने अपने नाम बदले हैं…।

तुर्की से बना तुर्किए

एक वर्ष पहले ही तुर्की का नाम बदलकर तुर्किए कर दिया गया। इसे पूर्व में टर्की अथवा तुर्की के नाम भी जाना जाता था। तुर्की गणराज्य की स्थापना 29, अक्टूबर 1923 को हुई। ऐसे में अगले महीने वह शताब्दी वर्ष मनाएगा। कहा जाता है कि तुर्की नाम की चिड़िया है, जिसकी वजह से इसका नाम तुर्किए कर दिया गया।

रिपब्लिक ऑफ नार्थ मैसिडोनिया

साल 2019 से पहले इसे रिपब्लिक ऑफ मैसिडोनिया के नाम से जाना जाता था। फिर सरकार ने इसका नाम बदल कर रिपब्लिक ऑफ नार्थ मैसिडोनिया कर दिया। कहा जाता है कि मैसिडोनिया दरअसल, ग्रीस देश से अपने संबंध सुधारना चाहता था। इसके पीछे बड़ी वजह यह है कि ग्रीस देश में मैसिडोनिया नाम का राज्च भी है। ऐसे में मैसिडोनिया एक प्राचीन ग्रीक साम्राज्य का भी नाम था, इसलिए इसका नाम बदला गया।

30 से 60 के दशक में बदले 3 देशों के नाम

इसी तरह वर्तमान में ईरान को पूर्व में पर्सिया के नाम से जाना जाता है। वर्ष 1935 में इसका नाम पर्सिया से इरान कर दिया गया। वहीं, 1937 में आयरिश फ्री स्टेट से आयरलैंड अस्तित्व में आया। पर्यटन के लिए मशहूर थाइलैंड का पूर्व में सियाम नाम से जाना था। 1939 में इसका नाम सियाम से बदलकर थाईलैंड कर दिया गया।

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दक्षिण एशिया देश श्रीलंका को पूर्व में सिलोन कहा जाता था। 1972 में इसका नाम सिलोन से श्रीलंका कर दिया गया। वर्ष 1984 में अपर वोल्टा को बुर्किना फासो कर दिया गया। भारत के पड़ोस में स्थित बर्मा को 1989 में म्यांमार नाम दिया गया। इसी तरह 1990 में जर्मन दक्षिण को पश्चिम अफ्रीका से नामीबिया कर दिया, तब से यह इसी नाम से जाना जाता है। वहीं, कम्पूचिया का नाम 1993 में बदलकर कम्बोडिया कर दिया गया।

वर्ष 2013 में केप वर्दे को रिपब्लिक ऑफ काबो वर्दे कर दिया गया। इसी तरह 2016 में चेकोस्लोवाकिया को बांटा गया तो चेक रिपब्लिक से यह चेकिया हो गया। 2018 में स्वाजीलैंड का नाम बदलकर स्वातिनी हो गया। 2019 में मैसेडोनिया का नाम नॉर्थ मैसेडोनिया कर दिया गया। 2020 में हॉलैंड से नीदरलैंड्स नाम हो गया, लेकिन इसे दोनों नाम से जाना जाता है। 2021 में अफगानिस्तान का नाम बदलकर इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान कर दिया गया है। अंतिम कड़ी में 2021 में तुर्की से तुर्किए नाम किया गया।

 

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