कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को वादा किया कि अगर आगामी लोकसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक जीतती है तो देश भर में जाति जनगणना कराई जाएगी और आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटा दी जाएगी। झारखंड के रांची में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए, गांधी ने दावा किया कि दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) को “बंधुआ मजदूर” बना दिया गया और बड़ी कंपनियों, अस्पतालों, स्कूलों, कॉलेजों और अदालतों में उनकी भागीदारी की कमी थी। उन्होंने कहा कि भारत के सामने ये सबसे बड़ा सवाल है। हमारा पहला कदम देश में जाति जनगणना कराना होगा।
कांग्रेस नेता ने कहा कि आज मैंने देखा कि आदिवासी भाई साईकल पर 200 किलो कोयला लेकर जा रहे थे। ऐसी जगह आपको दलित,आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोग मिल जाएंगे। लेकिन किसी बड़े ऑफिस में नहीं मिलेंगे। इसलिए हमारा पहला कदम है जातिगत जनगणना कराना। उन्होंने कहा कि आप अडानी की कंपनी के मैनेजमेंट की लिस्ट निकालिए, उसमें एक भी आदिवासी, दलित और पिछड़ा नहीं मिलेगा। जबकि इस व्यक्ति को देश की पूरी पूंजी सौंपी जा रही है। देश के डिफेंस सेक्टर के अधिकतर कांट्रैक्ट अडानी को दिए जा रहे हैं, क्योंकि ऐसा हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री चाहते हैं।
उन्होंने सवाल किया कि इस देश में OBC, आदिवासी और दलित वर्ग के कितने लोग हैं? इस सवाल का सही जवाब कोई नहीं दे सकता। आज तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने बताया कि वादे के मुताबिक तेलंगाना में जातिगत जनगणना शुरू कर दी गई है। कुछ ही महीनों में पता चल जाएगा कि तेलंगाना में कितने OBC, आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक हैं। राहुल ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री चंपई सोरेन जी, हेमंत सोरेन जी, पूरे गठबंधन और हमारे सभी विधायकों को बधाई देना चाहता हूं। क्योंकि आपने बीजेपी-आरएसएस की साजिश को नाकाम कर दिया और यहां गरीबों की सरकार बरकरार रखी।
राहुल ने कहा कि मोदी सरकार पब्लिक सेक्टर का धीरे-धीरे गला घोंट रही है। वो HEC का नाम बदलकर ‘अडानी’ का नेम प्लेट लगाना चाहती है। मैं जहां भी जाता हूं, वहां किसी न किसी पब्लिक सेक्टर के लोग हाथ मैं बैनर, पोस्टर, झण्डा लिए खड़े दिखते हैं। मोदी सरकार सारे पब्लिक सेक्टर को मारकर, अडानी का नेम प्लेट लगाना चाहती है। लेकिन मैं आप सभी को बता दूं- कांग्रेस ये कभी नहीं होने देगी।