Income Tax Slab Rate Change Expectations: जैसा कि महामारी के बाद अर्थव्यवस्था स्लो हो गई और अब विकास पथ पर लौट रही है तो ऐसे में कर विशेषज्ञ केंद्रीय बजट 2023 में आयकर स्लैब दरों में कुछ बदलावों की उम्मीद कर रहे हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो उच्च टैक्स स्लैब में हैं।
Deloitte उच्च कर स्लैब में व्यक्तियों के लिए कर राहत की उम्मीद कर रहा है। Deloitte ने अपने बजट अनुमानों में इस बात को कहा। तपती घोष कहते हैं, ‘वर्तमान आयकर प्रावधानों के अनुसार, एक व्यक्ति को स्लैब दरों के आधार पर करों का भुगतान करना आवश्यक है। भारत में INR 5 करोड़ से अधिक की आय के लिए उच्चतम स्लैब दर (अधिभार और उपकर सहित) वर्तमान में 42.744 प्रतिशत है।’
घोष ने आगे कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 से स्लैब दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसलिए, करदाताओं के लिए कुछ कर राहत जो 30% की उच्चतम कर दर में हैं, उनकी क्रय शक्ति बढ़ाने के लिए प्रदान की जानी चाहिए।
टैक्स स्लैब दरों में संशोधन इस प्रकार होना चाहिए
Deloitte के अनुसार, बजट 2023 में टैक्स स्लैब दरों में संशोधन इस प्रकार होना चाहिए:
- 20 लाख रुपये से अधिक की आय के लिए, कर की दर वर्तमान 30% से घटाकर 25% की जानी चाहिए।
- 10-20 लाख रुपये के ब्रैकेट में आय के लिए, कर की दर वर्तमान 30% से घटाकर 20% की जानी चाहिए।
- नई कर व्यवस्था में, 10 रुपये से 20 लाख रुपये की आय के लिए स्लैब दर को मौजूदा 30% से घटाकर 20% किया जाना चाहिए।
- 20 लाख रुपये से अधिक की आय के लिए, नई व्यवस्था के तहत कर की दर वर्तमान 30% से घटाकर 25% की जानी चाहिए।
इसके अलावा भी अर्थशास्त्रियों ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर कई मांगे की हैं। बता दें कि वित्त मंत्री 1 फरवरी, 2023 को संसद में 2023-24 का बजट पेश करेंगी।