रामकुमार नायक/रायपुरः भारत में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा सबसे कठिन और चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक है. IRS, IPS, IAS, IFS जैसे बड़े और प्रतिष्ठित पदों के लिए इस सिविल सेवा परीक्षा को पास करने के लिए उम्मीदवारों को व्यापक अध्ययन घंटे समर्पित करने की आवश्यकता होती है. ऐसी ही एक सफलता दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से छत्तीसगढ़ के एक युवा ने हासिल किया है. युवा अपनी मेहनत और काबिलियत के दम पर पूरे समाज को सीख देते हैं. ऐसे ही एक शख्स की कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत के बलबूते छोटे शहर से निकलकर IIT मद्रास और अब UPSC तक का सफर तय किया है.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से महज 160 किमी दूर, महासमुंद जिले में स्थित सरायपाली शहर का एक मेधावी छात्र है, जिनमें पोखराज नायक शामिल हैं. उन्होंने UPSC सिविल सेवा परीक्षा में सिविल इंजीनियरिंग में पूरे देश में 28 वां रैंक हासिल की है. पोखराज के पिता जयसिंह नायक PWD विभाग में सब इंजीनियर हैं, माता वृंदावती नायक गृहणी हैं और बड़ी बहन मेडिकल ऑफिसर हैं. पोखराज ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा महासमुंद जिले के स्कूलों से प्राप्त की और फिर IIT मद्रास से पढ़ाई की. उन्होंने दिल्ली के मेड इजी कोचिंग संस्थान में UPSC की तैयारी की और सिर्फ एक साल में पूरे देश में 28 वां रैंक हासिल करके अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया.
व्हाट्सएप का करते थे इस्तेमाल
पोखराज ने बताया कि उनका सपना बचपन से ही एक बड़े अधिकारी बनने का था और उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की है. पढ़ाई के दौरान, उन्हें परिवार वालों का सहयोग मिलता रहा है और उन्होंने बताया कि उन्हें परिवार के साथ कभी भी पढ़ाई और करियर के मामले में तनाव नहीं हुआ. इसके बजाय, पोखराज ने अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित किया और सफलता प्राप्त की. उन्होंने सोशल मीडिया का सही तरीके से इस्तेमाल करने की महत्वपूर्णता बताते हुए कहा कि अगर इसका सही इस्तेमाल किया जाए तो यह एक वरदान है, लेकिन अन्यथा एक अभिशाप भी बन सकता है. उन्होंने व्हाट्सएप पर पर्सनल ग्रुप बनाकर उसमें आवश्यक जानकारी और तथ्य सुरक्षित रखने का भी तरीका अपनाया. अब, 28 वां रैंक प्राप्त करने के बाद, पोखराज एक A ग्रेड अधिकारी बनने की कड़ी मेहनत कर रहे हैं.
.
Tags: Chhattisgarh news, Latest hindi news, Local18, Raipur news, Success Story
FIRST PUBLISHED : November 28, 2023, 06:01 IST