यह परियोजना दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए 45 करोड़ टन कच्चे तेल को पेट्रोल तथा डीजल जैसे ईंधन में बदलने की स्थापित क्षमता रखने के भारत के लक्ष्य का हिस्सा है। भारत की वर्तमान शोधन क्षमता 25.4 करोड़ टन से कम है।
बेतुल। हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) अगले साल जनवरी तक राजस्थान के बाड़मेर में देश की सबसे नई तेल रिफाइनरी शुरू कर देगी, जिससे उत्तर भारत में बढ़ती ईंधन मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी। एचपीसीएल के निदेशक (रिफाइनरी) एस. भारतन ने यहां भारत ऊर्जा सप्ताह (आईईडब्ल्यू) के मौके पर पत्रकारों से कहा, ‘‘ 90 लाख टन प्रति वर्ष की रिफाइनरी 76 प्रतिशत यांत्रिक रूप से पूरी हो चुकी है। साल के अंत तक इसका काम पूरा हो जाएगा। रिफाइनरी से पहला उत्पाद दिसंबर या अगले साल जनवरी में आएगा।’’ यह परियोजना दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए 45 करोड़ टन कच्चे तेल को पेट्रोल तथा डीजल जैसे ईंधन में बदलने की स्थापित क्षमता रखने के भारत के लक्ष्य का हिस्सा है। भारत की वर्तमान शोधन क्षमता 25.4 करोड़ टन से कम है।
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