Holi Special: महिलाएं गोबर और फूलों से तैयार कर रही हर्बल गुलाल, लाखों की….

रामकुमार नायक/रायपुरः गोबर से आपने खाद, मूर्ति, दीयों के अलावा सजावटी सामान बनाने के बारे में सुना होगा, लेकिन इस बार होली में गोबर का गुलाल उड़ने वाला है. दरअसल, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित गोकुल नगर गौठान में गोबर और सुगंधित फूलों से गुलाल बनाया जा रहा है. संतोषी नगर, रायपुर स्थित गोकुल नगर के गोठान में स्व सहायता समूह की महिलाएं फूलों और गोबर पाउडर से गुलाल तैयार कर रही हैं.

सनातन धर्म में होली पर्व का विशेष महत्व है. गाय के गोबर को सनातन धर्म में पवित्र माना गया है. कोई भी धार्मिक अनुष्ठान बिना इसके पूरा नहीं होता. गोठान समूह की महिलाओं ने बताया कि गुलाल में किसी केमिकल का उपयोग नहीं हो रहा है. गुलाल को बनाने के लिए नगर निगम रायपुर की सहायता से किसी कार्यक्रम या मंदिरों से बचे हुए फूल-मालाओं को सुखाकर उसको कलर बनाने के लिए उपयोग किया जा रहा है. वहीं, जिस तरह का फूल अधिक रहता है, उस रंग का गुलाल बनाया जा रहा है.

ऐसे किया जाता है तैयार
गोकुल नगर गौठान के संचालक रितेश गुप्ता ने बताया कि गोकुल नगर गौठान में हर्बल गुलाल बनाया जा रहा है. शादी समारोह या अन्य कार्यक्रमों में बचे हुए फूलों से गुलाल बनाया जा रहा है. गौठान की महिलाओं के द्वारा हर बार कुछ नया करने की चाह भी रहती है. अक्सर होली के दिन यह सुनने में आता है कि गुलाल लगाने से हमारी त्वचा खराब हो सकती है. ऐसे में लोगों के लिए यह हर्बल गुलाल सबसे बेस्ट ऑप्शन है. हर्बल गुलाल ऑर्गेनिक है और फूलों को सुखाकर तैयार किया जाता है. पीला कलर हल्दी मिलाकर बनाया जाता है. इसके अलावा कॉर्न फ्लोर पाउडर का भी इस्तेमाल किया जाता है.

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6 महीने पहले से होने लगती हैं तैयारियां
गोकुल नगर गौठान में मुख्य पांच रंगों का हर्बल गुलाल उपलब्ध है जिसमें पीला, गुलाबी, टिशू, हल्का ग्रीन है. इस गुलाल को बनाने में गुलाब फूल, हल्दी, टेशू के फूल, नीम के पत्ते, पालक के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है. हर साल ढाई से तीन क्विंटल हर्बल गुलाल बनाया जाता है जिसमें 95% गुलाल रायपुर से बाहर बिक्री के लिए जाता है. रायपुर के अलावा दिल्ली, महाराष्ट्र, मुंबई जैसे शहरों में फूलों और गोबर पाउडर से तैयार हर्बल गुलाल भेजा जाता है. महिलाओं के द्वारा लगभग छह माह पहले से तैयारियां शुरू की जाती हैं. अबतक औसतन डेढ़ से दो लाख रुपए का हर्बल गुलाल बनाया जा चुका है.

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