हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) में एमटेक के प्रथम वर्ष का एक छात्र सोमवार को छात्रावास के अपने कमरे में मृत मिला। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार, छात्र की मौत मादक पदार्थ का संभवत: अधिक मात्रा में सेवन करने की वजह से हुई।
हमीरपुर की पुलिस अधीक्षक आकृति शर्मा ने बताया कि घटना के संबंध में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 के तहत गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
शर्मा ने बताया कि पुलिस ने परिसर में चिट्टा (एक प्रकार की हेरोइन) की कथित तौर पर आपूर्ति करने के आरोप में एनआईटी के तीन छात्र और बीएड की पढ़ाई कर रहे एक छात्र को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि इन चारों पर स्वापक औषधि एवं मन: प्रभावी (एनडीपीएस) अधिनियम, 1985 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने पुरुष छात्रावास में रह रहे करीब एक दर्जन विद्यार्थियों से पूछताछ की है और छापेमारी में विभिन्न मात्रा में मदाक पदार्थ बरामद किए हैं।
पुलिस ने बताया कि महिला छात्रावास में भी इस तरह की छापेमारी की गई है।
पुलिस के मुताबिक, मंडी से आई फोरेंसिक टीम ने छात्र की मौत की वजह मादक पदार्थ का सेवन बताया है।
यह घटना, एनआईटी के वार्षिक उत्सव हिल फेयर के दौरान हुई, जो पिछले तीन दिनों से जारी है।
संस्थान के आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि जब छात्र के दोस्त सुबह नाश्ते के लिए उसे जगाने पहुंचे, तब उन्होंने उसे मृत पाया।
छात्र के पिता ने एनआईटी परिसर में सुरक्षा इंतजाम को लेकर सवाल उठाए और जानना चाहा कि संस्थान के अंदर मादक पदार्थ आखिर कैसे पहुंचा।
घटना पर एनआईटी के निदेशक की कोई प्रतिक्रिया अभी नहीं मिली है।
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