बेहतर बॉडी पॉश्चर हमारी पर्सनैलिटी को इन्हेन्स करने का काम करता है। इसके साथ ही सह शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी, बैलेंस और स्ट्रेंथ को भी बनाए रखने में सहायक होता है। जब हमारा बॉडी पॉश्चर बेहतर होता है, तो मांसपेशियों में दर्द की समस्या काफी हद तक कम होती है। साथ ही हम पूरा दिन एनर्जी से भरपूर होते हैं। बॉडी पॉश्चर यदि बेहतर होता है, तो यह मांसपेशियों में होने वाले तनाव को कम करता है। इससे आप इंजरी या अन्य तरह की समस्याओं से खुद को बचा सकते हैं।
बता दें कि गलत पोजिशन या फिर पूरा दिन एक जगह पर बैठे रहने से हमारा बॉडी पॉश्चर खराब हो जाता है। इससे कमर दर्द, पीठ दर्द या फिर गर्दन में दर्द होने की समस्याएं शुरू हो जाती है। ऐसे में आप एक्सरसाइज और योग का सहारा ले सकती हैं। एक्सरसाइज और योग को अपने डेली रूटीन में शामिल कर खराब बॉडी पोश्चर को ठीक किया जा सकता है। इनमें से कुछ एक्सरसाइज ऐसी भी होती हैं, जिनको आप घर पर बैठे-बैठे भी कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं इन योग और एक्सरसाइज के बारे में…
फॉर्वड फोल्ड
इस एक्सरसाइज को करने के लिए पैरों की उंगलियों को छुएं और इस दौरान एड़ियों को थोड़ा अलग रखें।
फिर कूल्हे तक अपने हाथों को लाएं और कूल्हों को आगे की ओर मोड़ें।
अब हाथों को फर्श पर रखें या फिर उनको ब्लॉक कर रखें। इस दौरान अगर हाथ फर्श पर टच नहीं हो रहे हैं, तो हाथ सिर्फ उतना ही आगे बढ़ाएं जितना आप आसानी से बढ़ा सकते हैं।
घुटनों को थोड़ा सा मोड़कर कूल्हों के जोड़ों को नरम करें और रीढ़ को लंबा करें।
इसके बाद ठोड़ी को छाती से छूने का प्रयास करें, वहीं सिर को जमीन पर हैंग होने दें।
इस पोजिशन में एक मिनट रहने के बाद सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं।
चेस्ट ओपनर
इस एक्सरसाइज को करने के लिए हिप-विड्थ के अलावा अपने पैरों के साथ खड़े हो जाएं। आप चाहें तो इसको चेयर पर बैठकर भी कर सकती हैं।
अब छाती के सामने दोनों हाथों को लाते हुए स्ट्रेच करें।
अब सांस छोड़ते हुए हाथों को फैलाएं।
इस पोजिशन को 5 ब्रीद तक करते हुए गहरी सांस लें।
इस प्रक्रिया को 10 बार करें और फिर कुछ समय में लिए रिलैक्स भी करें।
डाउनवर्ड-फेसिंग डॉग
इस एक्सरसाइज के लिए फर्श पर लेट जाएं और हाथों को दबाएं। वहीं पैर की उंगलियों के नीचे टक करते हुए एड़ी को ऊपर उठाएं।
इस एक्सरसाइज के दौरान कंधे और हाथ को एक सीध में रखना है। वहीं आपके पैर हिप्स की सीध में रहेंगे।
अब अपने हाथों को नीचे जमीन की तरफ दबाएं और गर्दन को लंबा खींचने का प्रयास करें।
इस स्थिति में 1 मिनट के लिए होल्ड करें।
पिजन पोज
सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं और एक पैर को घुटने से मोड़ें। अब पैर को ऊपर की तरफ खींचें।
फिर दाहिने घुटने को मोड़ते हुए दाहिनी कलाई पीछे रखें, जिससे बाएं पैर से दाहिना पैर आगे निकल जाए।
अब बाएं पैर को पीछे ले जाते हुए घुटने को सीधा करें और जांघ को फर्श पर टिकाएं।
इस दौरान आपका बायां पैर सीधा पीछे की तरफ फैला हो, इस पोजीशन को 1 मिनट तक होल्ड रहें।
ग्लूट एक्सरसाइज
इस एक्सरसाइज को करने के लिए घुटनों के बल झुकें और कूल्हे-डिस्टेंस के अलावा पैरों को भी अलग रखें।
बता दों पैरों को कूल्हों से करीब 1 फुट की दूरी पर रखें।
अब हथेलियों को नीचे रखते हुए शरीर के साथ हाथों को भी आराम दें।
फिर सांस छोड़ते हुए पैरों को कूल्हों के पास लाएं।
अब 10 सेकेंड के लिए इस स्थिति को होल्ड करें और अपने कूल्हों से दूर ले जाएं।
इस एक्सरसाइज को रोजाना कुछ देर के लिए जरूर करना चाहिए।
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।