Health Tips: रोजाना हस्तमैथुन करने से हो सकती है इनफर्टिलिटी की समस्या, जानिए क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट

अक्सर लोगों को ऐसा भी कहते हुए सुना गया है कि इससे प्रजनन क्षमता पर असर पड़ता है। वहीं हस्तमैथुन करने से आगे चलकर पिता न बन पाने की समस्या होती है। आइए जानते हैं कि डॉक्टर का इस बारे में क्या कहना है।

हमारे समाज में हस्तमैथुन करने को लेकर कई गलत धारणाएं बनी हुई हैं। किसी का मानना है कि हस्तमैथुन से लिंग की नसें ढीली हो जाती हैं, तो वहीं कोई कहता है कि रोजाना हस्तमैथुन करने से पुरुषों में शुक्राणु खत्म होने लगते हैं। अक्सर लोगों को ऐसा भी कहते हुए सुना गया है कि इससे प्रजनन क्षमता पर असर पड़ता है।

 

वहीं हस्तमैथुन करने से आगे चलकर पिता न बन पाने की समस्या होती है। लेकिन अगर कोई रोजाना हस्तमैथुन करता है, तो क्या उसे इनफर्टिलिटी यानी की बांझपन की समस्या हो सकती है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको इस दावे की सच्चाई के बारे में बताने जा रहे हैं।

प्रजनन क्षमता नहीं होती है प्रभावित

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो यह धारणा पूरी तरह गलत है। हालांकि इस दावे को सिद्ध करने का भी कोई प्रमाण नहीं है। लेकिन इस बात में कोई दोराय नहीं है कि अगर आप बार-बार या रोजाना हस्तमैथुन करते हैं, तो आपके शुक्राणओं की संख्या कम हो सकती है। लेकिन ऐसा नहीं है कि हस्तमैथुन से आपकी प्रजनन क्षमता प्रभावित होगी, या फिर आप कभी पिता नहीं बन पाएंगे। अगर आप 1 या 2 दिन लगातार हस्तमैथुन करते हैं और कुछ दिन के लिए ऐसा करना बंद कर देते हैं। तो आपके शुक्राणुओं की संख्या फिर से सामान्य हो जाएगी।

वहीं जो लोग आईवीएफ या टीटीएस करवा रहे हैं। या फिर उनके वीर्य का डॉक्टर विश्लेषण कर रहे हैं, तो उन लोगों को यह सलाह दी जाती है कि 3-4 दिन पहले हस्तमैथुन करना बंद कर देना चाहिए। क्योंकि इससे शुक्राणुओं की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है। बता दें कि एक पुरुष के अंडकोष रोजाना मिलियन शुक्राणु बनाते हैं। साथ ही अग आप सप्ताह में 2-3 बार या इससे भी अधिक बार हस्तमैथुन करते हैं, तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं होती है।

अच्छी डाइट लेना जरूरी

हालांकि अगर आप रोजाना हस्तमैथुन कर रहे हैं, तो प्रयास करें कि आप हेल्दी और अच्छी डाइट लें। जिससे कि आपके शुक्राणुओं की रिकवरी तेजी से हो। इसके साथ ही शराब व स्मोकिंग जैसी आदतों से भी दूरी बनाकर चलनी चाहिए। क्योंकि आपकी यह आदत आपके शुक्राणुओं को प्रभावित कर बांझपन का कारण बन सकती हैं। इसलिए अच्छी डाइट लें और एक्सरसाइज को अपनी डेली रूटीन में शामिल करें।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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