निरीक्षण के दौरान बच्चों से जानकारी लेते बीएसए उपेंद्र गुप्ता
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बेसिक शिक्षा अधिकारी उपेंद्र गुप्ता ने 17 फरवरी को कई विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। उच्च प्राथमिक विद्यालय भुर्रका में कई माह से एक भी छात्र नहीं पहुंच रहा था, लेकिन रोज दर्जनभर से अधिक विद्यार्थियों को उपस्थित दिखाया जा रहा था। रजिस्टर को देख बीएसए ने जिम्मेदारों से पूछताछ की। साथ ही प्रधानाध्यापक के वेतन पर अग्रिम आदेश तक रोक लगा दी।
सबसे पहले बीएसए ने प्राथमिक विद्यालय नगला बैरागी पहुंचे। बिना स्वीकृति के अवकाश पर पाए जाने पर सहायक अध्यापक अजय के उस दिनांक के वेतन पर रोक लगा दी। प्राथमिक विद्यालय चांदनपुरा के प्रधानाध्यापक शिव कुमार अनुपस्थित पाए गए। अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाए जाने पर बीएसए ने उनका भी एक दिन का वेतन रोक दिया।
प्राथमिक विद्यालय माड़ी हसायन का शैक्षिक स्तर निम्न पाया। पदीय दायित्वों का निर्वहन न करने पर विद्यालय के समस्त स्टाफ का निरीक्षण के दिनांक का वेतन रोक दिया। उच्च प्राथमिक विद्यालय भुर्रका में पहुंचने पर माजरा कुछ अलग सामने आया। विगत कई माह से विद्यालय में कोई विद्यार्थी नहीं पहुंच रहा है। इसके बाद भी प्रधानाध्यापक द्वारा एमडीएम पंजिका में प्रतिदिन 15-16 बच्चों का अंकन किया जा रहा था। इसपर बीएसए ने इंचार्ज प्रधानाध्यापक दुष्यंत कुमार का अग्रिम आदेशों तक वेतन आहरण पर रोक लगा दी।