
साइमा मंसूर पब्लिक स्कूल के गेट पर बैठे विहिप और बजरंग दल कार्यकर्ता
– फोटो : संवाद
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हाथरस में चंदपा क्षेत्र के गांव परसारा स्थित साइमा मंसूर पब्लिक स्कूल में शिक्षक व प्रबंधक पर विद्यार्थियों पर राम-राम नहीं बोलने का दवाब बनाने के आरोपों ने तूल पकड़ लिया। 9 दिसंबर को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता स्कूल पर पहुंच गए और गेट पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने वहां हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। एसडीएम और सीओ पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। प्रदर्शनकारियों ने उन्हें ज्ञापन सौंपा।
उल्लेखनीय है कि चंदपा क्षेत्र के गांव परसारा स्थित साइमा मंसूर स्कूल में पढ़ने वाले कुछ विद्यार्थियों ने स्कूल प्रबंधक और शिक्षक पर आरोप लगाया था कि उन्हें स्कूल में राम-राम बोलने पर टोका जाता है और इसके बदले अस्सलाम अलैकुम बोलने का दबाव बनाया जाता है। इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो मामले ने तूल पकड़ लिया। शनिवार को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में स्कूल पर पहुंच गए। इन कार्यकर्ताओं ने स्कूल प्रबंधन और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
उनका आरोप था कि स्कूल प्रशासन द्वारा हिंदू छात्रों पर जबरदस्ती राम-राम नहीं बोलने ओर अस्सलाम अलैकुम बोलने के लिए दबाव डाला जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने वहां नारेबाजी करने के साथ हनुमान चालीस का पाठ किया और जयश्रीराम, भारत माता की जय के नारे लगाए। एसडीएम सदर रविंद्र कुमार सिंह, सीओ सादाबाद गोपाल सिंह, सीओ हिमांशु माथुर, कोतवाली चंदपा प्रभारी सुनीता मिश्रा कई थानों के पुलिस बल के साथ वहां पहुंच गईं। अधिकारियों ने इन कार्यकर्ताओं को समझाकर शांत कराया।
एक छात्र ने शिक्षक से राम-राम की थी। शिक्षक ने इस पर पलटकर कोई जवाब नहीं दिया। स्कूल के प्रधानाचार्य का कहना है कि शिक्षक ने अपनी गलती को स्वीकार कर लिया है। स्कूल में राम-राम करने को लेकर जो विवाद बढ़ाया जा रहा है, हकीकत में ऐसा कुछ भी नहीं है। स्कूल प्रशासन द्वारा लिखित में माफी मांगी गई है। स्कूल प्रशासन द्वारा आरोपी शिक्षक को भी हटा दिया गया है। -रवेंद्र कुमार सिंह, एसडीएम सदर