
मृतक सतीश
– फोटो : फाइल फोटो
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हाथरस में चंदपा के गांव ककोड़ी में पिटाई से घायल 40 वर्षीय सतीश शर्मा ने 31 दिसंबर सुबह दम तोड़ दिया। शव का पोस्टमार्टम कराने और कार्रवाई की बात पर दो जिलों की पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। आगरा और हाथरस जिलों की पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही और पीड़ित परिवार शव लेकर थाना खंदौली आगरा और थाना चंदपा के लिए दौड़ता रहा।
देर शाम करीब सात बजे ये लोग शव लेकर थाना चंदपा पहुंचे तो यहां पुलिस ने फिर से आनाकानी की, जिसपर ग्रामीण भड़क गए। उनके आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए हाथरस मोर्चरी पर भिजवाया। सतीश शर्मा थाना पुत्र किशन प्रसाद थाना चंदपा के गांव ककोड़ी में अपने बहनोई सत्यप्रकाश के पास रहते थे और एक केंटर गाड़ी पर क्लीनर थे। सत्यप्रकाश का आरोप है कि सतीश को तीन दिन पहले कोतवाली सादाबाद क्षेत्र के गांव नगरिया निवाई निवासी केंटर चालक पवन कुमार ने अपने साथियों के साथ मिलकर खंदौली में पीटा था और उसे गंभीर हालत में गांव के बाहर छोड़कर भाग गए थे। आगरा में उपचार के दौरान हालत में सुधार होता परिवार सतीश को घर ले आया था। रविवार सुबह उसने दम तोड़ दिया।
सूचना पर चंदपा पुलिस गांव में पहुंची और घटनास्थल खंदौली का बताते हुए शव पोस्टमार्टम के लिए वहां ले जाने की सलाह देकर लौट आई। परिवार के लोग शव लेकर खंदौली पहुंचे तो वहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई और उन्हें वहां से घटनास्थल चंदपा का बताकर वापस लौटा दिया। इसके बाद ये लोग थाना चंदपा पहुंचे। सीओ सादाबाद गोपाल सिंह का कहना है कि घटना संज्ञान में आई है। लेकिन पुलिस को अभी कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। तहरीर के आधार पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
पिटाई की भी दर्ज नहीं की रिपोर्ट
पीड़ित परिवार का आरोप है कि तीन दिन पहले घायल अवस्था में सतीश को लेकर वह थाना चंदपा पहुंचे तो पुलिस ने उनकी रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय थाने से भगा दिया। इसके बाद थाना खंदौली पहुंचे, वहां भी तहरीर नहीं ली थी और लौटा दिया था। 31 को भी यही किया और वे शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए वह दिनभर खंदौली और चंदपा दौड़ते रहे।