सादाबाद हाथरस रोड स्थित कोर्ट परिसर में पुतला फूंकते अधिवक्ता
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हाथरस के सादाबाद में हापुड़ कांड को लेकर अधिवक्ताओं का आंदोलन उग्र हो चला है। मंगलवार को न्यायालय परिसर में पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश सरकार का पुतला फूंका गया।
29 अगस्त को बार एसोसियेशन हापुड द्वारा शान्तिपूर्वक अपना आन्दोलन चलाया जा रहा था। तभी जिलाधिकारी व एसएसपी द्वारा पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत आन्दोलन कर रहे अधिवक्ताओं के ऊपर बर्बर लाठी चार्ज कराया। दोनों ही लोगों ने अधिवक्ताओं के लिये असम्मानित शब्दों का प्रयोग किया। पुलिस व आरएएफ को आदेश देकर निहत्थे अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज कराया। इससे करीब एक दर्ज सीनियर अधिवक्ता गम्भीर रूप से घायल हुए, जो कि उपचार के लिये हास्पीटल में एडमिट हुए। महिला अधिवक्ताओं को भी नही बक्शा। चैम्बरों में भी तोड़ फोड़ की गयी।
कई दिन बीत जाने के बाद भी शासन द्वारा प्रशासन व पुलिस के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। इससे अधिवक्ताओं में रोष व्याप्त है। अधिवक्ता जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के अविलम्ब स्थानान्तरण, दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। अधिवक्ताओं की मांग है कि एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट पारित कर तुरन्त प्रदेश में लागू किया जाये। हापुड़ के घायल अधिवक्ताओं को तुरन्त मुआवजा दिया जाये। दी बार एसोसियेशन सादाबाद माननीय मुख्यमन्त्री महोदय से बार काउन्सिल ऑफ उ0 प्र0 के सदस्यों से मुलाकात हेतु 24 घन्टे के अन्दर समय प्रदान करने की भी मांग करते हुए, बार काउन्सिल ऑफ उत्तर प्रदेश के आह्वान पर स्थानीय अधिवक्ता पूर्ण दिवस न्यायिक कार्य से विरत रहे।
मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक का शान्तिपूर्ण ढंग से बाह्य न्यायालय परिसर में विरोध स्वरूप पुतला दहन किया गया। पुतला दहन में बार के अध्यक्ष शशिपाल सिहं एडवोकेट, सचिव अनिल कुमार दीक्षित के साथ सुरेन्द्र पाराशर, कुंजल सिंह, राजकुमार पाराशर, ओवेन्द्र कुमार निमेष, दीपक दीक्षित, अजय चौधरी, नरेन्द्र सिंह उर्फ बच्चू, अरूण चौधरी, देवेन्द्र सागर, प्रदीप चौहान, पुष्पेन्द्र चौधरी, वीरेन्द्र चौधरी, धर्मेन्द्र मौर्य, बीडी गौतम, मनोज चौधरी, विवेक सारस्वत, देवेन्द्र राजपूत, निशान्त दीक्षित, विशम्बर सिह, विजेन्द्र सिंह, विश्व बन्धु पाराशर, जितेन्द्र गौतम, अंकित पाराशर, उत्तम पाराशर, दीपक सविता, रवि उर्फ रवेन्द्र चौधरी, दिग्विजय सिंह, अजयपाल सिंह, राजेश चौधरी, बौबी कुमार, बालकिशन सिंह वघेल, सुमित चौधरी, देवेश सिसोंदिया, योगेन्द्र सिंह, नेरन्द्र सिंह काकाजी, अजीत चौधरी, सत्यप्रकाश शर्मा, कुंवरपाल सिंह, जयपाल सिंह, बीडी शर्मा, कृष्ण गोपाल चतुर्वेदी, दानवीर सिंह आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।