इजरायल और हमास की जंग को दूसरा हफ्ता पूरा होने वाला है। हमास ने 9 अक्टूबर को हजारों रॉकेट दाग इस जंग की शुरुआत की थी। जिसका इजरायल की तरफ से करारा जवाब दिया गया है। इजरायली डिफेंस फोर्स की तरफ से गाजा पट्टी पर जबरदस्त एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया गया है। वहीं मंगलवार रात गाजा सिटी के एक अस्पताल में हुए भीषण विस्फोट में कम से कम 500 लोग मारे गए, जिनमें से कई महिलाएं और बच्चे थे। हमास ने विस्फोट के लिए इजरायली हवाई हमले को जिम्मेदार ठहराया, जबकि इजरायली रक्षा बल ने दावा किया कि फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह द्वारा छोड़ा गया एक रॉकेट अस्पताल पर गिरा।
हमास से जुड़े 9 लोगों और एक यूनिट के खिलाफ प्रतिबंध
अब इजरायल की तरफ से कहा गया है कि वो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को इस बात के सबूत पेश करेगा कि ये हमला इजरायल की तरफ से नहीं किया गया है। इजरायल के विदेश मंत्री की तरफ से इस बाबत बयान भी जारी किया गया है। इसके साथ ही अमेरिका ने हमास से जुड़े 9 सदस्यों और एक यूनिट पर प्रतिबंध की घोषणा भी की है। बाइडेन प्रशासन ने हमास की फंडिंग को बाधित करने के उद्देश्य से प्रतिबंध जारी किए हैं। अमेरिकी फाइनेंशियल डिपार्टमेंट ने ईरान समर्थित फिलिस्तीनी समूह हमास से जुड़े 9 लोगों और एक यूनिट के खिलाफ आतंकवाद से संबंधित प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने एक बयान में कहा, आतंकवाद से संबंधित कार्यकारी आदेश के तहत लगाए गए प्रतिबंधों में गाजा और सूडान, तुर्की, अल्जीरिया और कतर सहित अन्य जगहों पर स्थित नौ व्यक्तियों और एक इकाई को निशाना बनाया गया।
गाजा अस्पताल में विस्फोट इजरायल ने नहीं किया: बाइडेन
राष्ट्रपति जो बाइडेन दुनिया को यह दिखाने के लिए इजराइल पहुंचे कि अमेरिका यहूदी लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और दावा किया कि ऐसा लगता है कि गाज़ा पट्टी के अस्पताल में विस्फोट को अन्य टीम ने अंजाम दिया है न कि इजराइल की सेना के हमले की वजह से यह विस्फोट हुआ है। बाइडन ने एक बैठक के दौरान इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कहा कि मैंने जो देखा है, उसके आधार पर ऐसा प्रतीत होता है कि यह काम आपने नहीं, बल्कि दूसरी टीम ने किया है। लेकिन बाइडेन ने कहा कि वहां बहुत सारे लोग थे जिन्हें नहीं पता है कि किस कारण से विस्फोट हुआ है।
इजरायल पर लगेगा तेल प्रतिबंध?
सऊदी अरब के जेद्दा शहर में ओआईसी की एक इमरजेंसी बैठक बुलाई गई।ओआईसी देशों से ईरान ने इजरायल पर तेल प्रतिबंध लगाने की मांग की है। सऊदी अरब में मुस्लिम देशों के संगठन ओआईसी ने बैठक बुलाई है। जिसमें ईरान ने ओआईसी से इराजयली राजदूतों को हटाने की भी मांग की है।