
गोरखपुर पुलिस। (फाइल)
– फोटो : अमर उजाला।
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निशानेबाजी के अभ्यास के लिए गोरखपुर पुलिस को अब दूसरे के फायरिंग बट का इस्तेमाल नहीं करना होगा। जल्द ही पुलिस के पास अपना फायरिंग रेंज होगा। इसके लिए शासन से मंजूरी मिलने के साथ ही फर्टिलाइजर में जमीन भी तलाश ली गई है। जल्द ही निर्माण काम शुरू होने की उम्मीद है। अभी पुलिस वालों को अभ्यास के लिए एसएसबी के फायरिंग बट में जाना होता है, इसके लिए भी कई बार पत्राचार करना होता है, तब समय मिल पाता है।
जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर खुद जिला मुख्यालय है। एडीजी जोन और डीआईजी रेंज भी यहीं पर कैंप करते हैं, लेकिन अभी तक यहां पर फायरिंग बट नहीं है। इस वजह से पुलिस वालों का अभ्यास प्रभावित होता है। उन्हें एसएसबी के फायरिंग बट में अभ्यास करना होता है। ऐसे में कई बार वहां समय नहीं मिल पाने पर दूसरे जिलों तक में जाना पड़ता है।
अपने फायरिंग रेंज के अभाव में गोरखपुर पुलिस मानक के अनुसार निशानेबाजी का अभ्यास नहीं कर पाती। इसका खामियाजा कई बार अपराधियों से मुठभेड़ में भी उठाना पड़ता है। अब गोरखपुर पुलिस के पास अपना फायरिंग रेंज होने से यह समस्या समाप्त हो जाएगी।
एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा कि फायरिंग रेंज के लिए फर्टिलाइजर के पास 30 एकड़ जमीन मिल गई है। जल्द ही इसका निर्माण शुरू हो जाएगा। इसके बाद गोरखपुर पुलिस को निशानेबाजी के अभ्यास में आसानी होगी।