इजराइल और गाजा, दोनों जगह शुक्रवार सुबह भी भारी विस्फोटक आवाजों को सुन कर ही लोगों की आंखें खुलीं और इसके साथ ही यह युद्ध आठवें दिन में प्रवेश कर गया है। इसी के साथ इजराइल और गाजा, दोनों जगहों पर तबाही, दर्द और पीड़ा के दृश्य देखे जा रहे हैं। दोनों ओर कई दर्दनाक कहानियां हैं जिन्हें सुनकर आम लोग सिहर जाएं। खासतौर पर गाजा में लोगों को अपने प्रियजनों को दफनाना बेहद मुश्किल हो रहा है क्योंकि उनके पास दफनाने की जगह खत्म हो रही है। जगह की कमी के कारण लोगों को अपने प्रियजनों को दफनाने के लिए अन्य स्थानों पर ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा रहा है। रिपोर्टों के मुताबिक, गाजा में मरने वालों की संख्या पहले ही 1,300 का आंकड़ा पार कर चुकी है और यह संख्या समय के साथ और बढ़ने की ही संभावना है।
इस बीच, इजराइल की सेना ने शुक्रवार को उत्तरी गाजा शहर के सभी नागरिकों यानि 10 लाख से अधिक लोगों को 24 घंटे के भीतर दक्षिण में स्थानांतरित होने के लिए कहा है। इसके साथ ही इजराइल ने जमीनी हमले की तैयारी भी तेज कर दी है और गाजा पट्टी के पास अपने टैंकों को लाकर खड़ा कर दिया है। इजराइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा, “अब युद्ध का समय है।” इज़रायली सेना ने कहा है कि वह आने वाले दिनों में गाजा शहर में “महत्वपूर्ण” काम करेगी और नागरिक केवल तभी गाजा वापस लौट सकेंगे जब इस संबंध में कोई घोषणा की जाएगी। इजराइली सेना ने एक बयान में कहा, “गाजा शहर के नागरिक, अपनी सुरक्षा और अपने परिवारों की सुरक्षा के लिए दक्षिण को खाली कर दें और हमास के आतंकवादियों से दूरी बना लें जो आपको मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।” इजराइली सेना ने कहा है कि “हमास के आतंकवादी गाजा शहर में घरों के नीचे सुरंगों और निर्दोष गाजा नागरिकों से भरी इमारतों के अंदर छिपे हुए हैं।”
इस बीच, इजराइल ने यह भी कहा है कि जब तक हमास के आतंकवादी अपने हमले के दौरान बंधक बनाए गए 150 बंधकों को मुक्त नहीं कर देते तब तक गाजा में किसी भी चीज की अनुमति नहीं मिलेगी।
इजराइल द्वारा गाजा के 23 लाख लोगों को भोजन, पानी, ईंधन तथा बिजली की आपूर्ति रोकने और मिस्र से आपूर्ति के आने को प्रतिबंधित करने के बाद अंतरराष्ट्रीय सहायता समूहों ने बिगड़ते मानवीय संकट की चेतावनी दी है। इजराइल के ऊर्जा मंत्री इजराइल काट्ज ने सोशल मीडिया पर कहा, “जब तक इजराइली बंधकों को रिहा नहीं किया जाएगा तब तक बिजली का एक भी स्विच और पानी का नल चालू नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही ईंधन का एक भी ट्रक प्रवेश नहीं कर पाएगा।’ इस बीच, फलस्तीनी लोग घटती आपूर्ति के बीच आवश्यक सामान जमा करने की कोशिश कर रहे हैं।
दूसरी ओर, इज़राइल की सरकार ने गुरुवार को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और नाटो के रक्षा मंत्रियों को मृत बच्चों और नागरिकों की तस्वीरें दिखाईं और बताया कि कैसे उन्हें फिलिस्तीनी समूह हमास ने निमर्मता से मार डाला। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने भी सोशल मीडिया पर खून से लथपथ एक मृत शिशु और एक बच्चे के जले हुए शरीर की तस्वीर जारी की। बताया जा रहा है कि ऐसा इसलिए किया गया ताकि दुनिया को यह बताया जा सके कि इजराइल पर कितना क्रूर आतंकवादी हमला हुआ है।