मनोज राठी/चंडीगढ़. आज देशभर में गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जा रहा है. लोगों में गणेश महोत्सव को लेकर खासा उत्साह है. हर जगह गणेश जी की स्थापना की जा रही है और विघ्नहर्ता सभी को अपना आशीर्वाद भी देंगे. मूर्ति की स्थापना के लिए विशेष रूप से घरों को सजाया गया है. लोग धूमधाम से घरों में गणेश जी की मूर्तिया लेकर जा रहे है. वहीं चंडीगढ़ में गणेश चतुर्थी की धूम देखने को मिली. सिद्धि विनायक भगवान गणेश चतुर्थी के पर्व को चंडीगढ़ में भी बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया गया.
चंडीगढ़ के सेक्टर 45 गौशाला में गणेश मूर्ति की स्थापना धूमधाम से की गई. यहां लोगों को 31 मूर्तियां दी गई जिसे वे घर ले जाकर उनकी स्थापना करेंगे. और 24 तारीख को मूर्ति विसर्जन करेंगे. गौशाला चंडीगढ़ के पंडित ने बताया कि आज से दस दिवसीय पर्व गणेश उत्सव शुरू हो चुका है. यह उत्सव गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक मनाया जाएगा. घरों और सार्वजनिक गणेशोत्सव के पंडालों में बप्पा के स्वागत की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. उसके बाद रोपड़ नहर में मूर्ति विसर्जन किया जाएगा.
ढोल नगाड़ों से निकाली जाएगी शोभा यात्रा
पंडित विनोद कुमार ने बताया कि 24 सिंतबर को मूर्ति विसर्जन पर ढोल नगाड़ों से शोभा यात्रा निकाली जाएगी. आज गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित की जा रही, इसलिए पिछले दो दिनों से मुहूर्त और तिथि के आधार पर ढोल-ताशे के बीच उल्लास के साथ भक्त अपने घर भगवान की मूर्तियां लेकर जा रहे हैं, जिससे शुभ मुहूर्त में भगवान की स्थापना की जा सके.
इको फ्रेंडली मूर्तिया पर जोर
गणेश उत्सव को लेकर इस बार ज्यादात्तर इको फ्रेंडली मूर्तियां बनाई गई है . पर्यावरण को बचाने के इन मूर्तियों को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि पर्यावरण को किसी तरह का नुकसान ना हो और पानी में डालते ही उनका विसर्जन हो सके.
क्यों मनाया जाता है गणेश चतुर्थी ?
पंडित विनोद कुमार ने बताया कि भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेशजी का जन्म हुआ था. इसीलिए देशभर में यह तिथि गणेश चतुर्थी के रूप में मनाई जाती है. गणेशजी का जन्म मध्याह्न काल में हुआ था. इसीलिए मध्यान्ह के समय में गणेश पूजा को सबसे उपयुक्त माना गया है. भक्तों को इसी समय गणेश जी की स्थापना और पूजा करनी चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : September 19, 2023, 18:46 IST