अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा उन जी20 नेताओं में से हैं जो शिखर सम्मेलन में अपनी भागीदारी की पहले ही पुष्टि कर चुके हैं।
नयी दिल्ली। कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के शामिल नहीं होने से सवाल उठेंगे और विदेश मंत्री एस जयशंकर से उम्मीद है कि वह इस पर जवाब देंगे।
पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने यह भी कहा कि जब करोड़ों रुपये खर्च करके इतना बड़ा आयोजन हो रहा है तो सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश को इसका कुछ लाभ हो।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘देश को जी20 की बारी-बारी से मिलने वाली (रोटेशनल) अध्यक्षता हासिल हुई है। आपने कार्यक्रम का आयोजन बहुत अच्छा किया है। इसमें दो राष्ट्राध्यक्ष नहीं आ रहे हैं तो सवाल उठेंगे और जवाब की उम्मीद भी होगी। हमारे विदेश मंत्री (एस जयशंकर) काबिल हैं, पढ़े लिखें हैं, लेकिन आजकल बदले-बदले नजर आ रहे हैं..उम्मीद है कि वह अपने विभाग को लेकर कुछ कहेंगे।’’
खेड़ा का कहना था, ‘‘हम विदेश मंत्री से कहना चाहते हैं कि जब करोड़ों रुपये खर्च करके आयोजन हो रहा है तो यह सुनिश्चित करना आपकी जिम्मेदारी है कि तमाम राष्ट्राध्यक्ष इसमें शामिल हों और रोटेशनल अध्यक्षता का भारत को कुछ लाभ मिले।’’
जी 20 शिखर सम्मेलन भारत की अध्यक्षता में इस सप्ताहांत नयी दिल्ली में हो रहा है। इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा उन जी20 नेताओं में से हैं जो शिखर सम्मेलन में अपनी भागीदारी की पहले ही पुष्टि कर चुके हैं।
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