G20 Summit में अबतक सिर्फ तीन बार सभी राष्ट्राध्यक्षों ने साथ में लिया है सम्मेलन में हिस्सा, इन देशों का सबसे खराब रिकॉर्ड

ये पहला मौका नहीं है जब देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा ना लेने का फैसला किया है। इससे पहले भी हेड ऑफ स्टेट या हेड ऑफ गर्वनमेंट ने जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया है। उनकी जगह दूसरे प्रतिनिधियों ने जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया है।

दिल्ली में जी-20 सम्मेलन की सारी तैयारियां अंतिम चरण में जोरों पर है। सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत ने सभी जी20 सदस्य देशों को आमंत्रित किया है। इस सम्मलेन में शिरकत करने के लिए अधिकतर सदस्य देशों के सदस्य दिल्ली पहुंचने वाले है। सबसे पहले जी20 में शामिल होने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन दिल्ली पहुचेंगे।

वहीं इस बार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत में हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे। इस शिखर सम्मेलन में शामिल ना होने के संबंध में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी फोन कर सफाई दी है। इतने बड़े और अहम कार्यक्रम में हिस्सा ना लेना कई राष्ट्राध्यक्षों के लिए नई बात नहीं है। बता दें कि इससे पहले इटली में साल 2021 में हुए जी-20 सम्मेलन में छह देशों के राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री नहीं शिरकत कर सके थे।

दरअसल ये पहला मौका नहीं है जब देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा ना लेने का फैसला किया है। इससे पहले भी हेड ऑफ स्टेट या हेड ऑफ गर्वनमेंट ने जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया है। उनकी जगह दूसरे प्रतिनिधियों ने जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया है। ऐसा ही कुछ इस बार भी होने जा रहा है। 

आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2010 के बाद से अब तक एक बार भी ऐसा मौका नहीं आया है जब सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों (राष्ट्रपति या प्रधामंत्री) ने एक साथ इस सम्मेलन में हिस्सा लिया हो। आंकड़ों पर गौर करें तो 2010, 2011, 2012, 2013, 2016 और 2017 ऐसे वर्ष रहे हैं जब देशों के राष्ट्राध्यक्ष या प्रधानमंत्री से कम के स्तर के प्रतिनिधि ने सम्मेलन में देश का प्रतिनिधि किया है। वर्ष 2014, 2015, 2018 और 2019 में दो देशों के राष्ट्राध्यक्ष समिट में हिस्सा नहीं ले पाए थे। बता दें कि जिन तीन बैठकों में सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने हिस्सा लिया था वो 2008 और 2009 की बैठकें थी। 

ऐसा रहा है देशों का रिकॉर्ड
जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के रिकॉर्ड की बात करें तो भारत, कनाडा, जर्मनी, इटली, साउथ कोरिया, टर्की, यूके, अमेरिका और यूरोपीय यूनियन ऐसे सदस्य हैं जिनके राष्ट्राध्यक्षों, राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री ने हमेशा सम्मेलन में शिरकत की है। वहीं अर्जेटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, रूस ऐसे सदस्य हैं जिनके राष्ट्राध्यक्ष या उनके समकक्ष ने दो बार बैठक में हिस्सा नहीं लिया है। चीन, फ्रांस, इंडोनेशिया, जापान और दक्षिण अफ़्रीका शीर्ष नेता एक बार जी20 बैठक से नदारद दिखे है। जबकि मेक्सिको की तरफ से तीन बार ऐसा हो चुका है।  

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *