G20 Summit के दौरान जानें क्या मंगा सकेंगे और क्या नहीं, Swiggy, Zomato, अमेजन और फ्लिपकार्ट की डिलीवरी सर्विस के बारे में जानें…

इस सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो और ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक समेत विश्व के कई बड़े नेता शामिल होंगे। वहीं इस सम्मेलन में 10 हजार से अधिक प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे। ये सम्मेलन बड़ी संख्या में दुनिया के मेहमानों की मेजबानी करेगा।

जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन नौ और 10 सितंबर को दिल्ली के प्रगति मैदान के नवनिर्मित भारत मंडपम में किया जाना है। इस आयोजन को लेकर दिल्ली में हर विभाग तैयारियों में जुटा हुआ है। इस शिखर सम्मेलन में जी20 के सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष और वरिष्ठ नेता हिस्सा लेंगे। शिखर सम्मेलन में दुनिया भर के बड़े नेता शिरकत करेंगे।

इस सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो और ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक समेत विश्व के कई बड़े नेता शामिल होंगे। वहीं इस सम्मेलन में 10 हजार से अधिक प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे। ये सम्मेलन बड़ी संख्या में दुनिया के मेहमानों की मेजबानी करेगा। ऐसे में भारत सरकार ने इन सभी दिग्गजों की सुरक्षा को लेकर व्यापक इंतजाम भी किए है।

जी20 शिखर सम्मेलन में किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए सुरक्षा के बेहद कड़े इतंजाम किए गए है। हर तरफ चाक चौबंद सुरक्षा लगाई गई है। जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान राज्यों के प्रमुखों को दिल्ली और उसके आसपास ले जाने की तैयारी के तहत, लगभग 450 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) कर्मियों को वीवीआईपी और वीआईपी के लिए बाएं हाथ की बुलेट-प्रूफ कार चलाने का प्रशिक्षण दिया गया है। सीआरपीएफ अधिकारियों ने कहा कि सीआरपीएफ ने 450 कर्मियों को ड्राइवर और व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी के रूप में प्रशिक्षित किया है।

वहीं दिल्ली में इस दौरान यातायात में भी परेशानी हो सकती है जिसे देखते हुए ट्रैफिक सिस्टम से लेकर रेल, मेट्रो व बसों को लेकर ऑनलाइन एडवाइजरी भी जारी की गई है। इस संबंध में केंद्र सरकार ने कार्यक्रम स्थल, उन होटलों के आसपास जहां मेहमान ठहरेंगे हां आम जनता की आवाजाही पर रोक लगाई है। इस संबंध में दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने रूट को भी डाइवर्ट किया है। सरकार ने इस दौरान ऑनलाइन डिलीवरी करने की सुविधा पर भी प्रतिबंध लगाया है। यानी डिलीवरी करने वाले व्यक्तियों पर भी आठ से 10 सितंबर तक कई प्रतिबंध लागू होंगे।

आमतौर पर घर बैठकर स्विगी, जोमैटो से खाना मंगवाना या किसी अन्य प्लेटफॉर्म से ऑर्डर मंगवाने पर इस बार ऑर्डर की डिलीवरी कुछ समय बाद मिलेगी। यहां कमर्शियल डिलीवरी की सेवाएं प्रभावित होंगी। शिखर सम्मेलन के आयोजन के दौरान दिल्ली के एनडीएमसी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को कमर्शियल डिलीवरी और क्लाउड किचन की सेवा नहीं मिल सकेगी। ये सेवाएं आठ से 10 सितंबर तक बंद रहेंगी। इसका अर्थ है कि इस दौरान स्विगी, ज़ोमैटो, ब्लिंकिट और ज़ेप्टो जैसी कंपनियों की सेवाओं का लाभ नई दिल्ली इलाके में रहने वाले लोगों को नहीं मिलेगा। फ्लिपकार्ट और अमेज़ॅन जैसी कंपनियों के ऑर्डर की डिलीवरी भी इस दौरान नहीं होगी।

इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी

नई दिल्ली इलाके में क्लाउड किचन और खाद्य वितरण सेवाओं की अनुमति नहीं होगी। वहीं डिलीवरी कंपनियों जैसे अमेजन और फ्लिपकार्ट के ऑर्डर भी नहीं डिलीवर नहीं होंगे। हालांकि इस दौरान दवाओं व अन्य आवश्यक वस्तुओं की डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध होगी।

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