Cuisses De Grenouille: 500 से अधिक पर्यावरण कैंपेनर के एक समूह ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन (Emmanuel Macron) को चेतावनी दी है कि मशहूर फ्रांसीसी व्यंजन कुइसेस डी ग्रेनोइल (Cuisses De Grenouille) या मेंढक के पैरों की लोकप्रियता (Frogs’ Legs) कुछ मेंढक प्रजातियों के अस्तित्व को खतरे में डाल रही है.
सीएएन की खबर के मुताबिक इस महीने की शुरुआत में मैक्रॉन को लिखे गए एक खुले पत्र में, कहा गया कि यूरोपीय संघ में हर साल 4,070 टन जमे हुए मेंढकों के पैरों का आयात किया जाता है. प्रजातियों के आकार के आधार पर, यह 80 मिलियन-200 मिलियन मेंढकों के बराबर है. पत्र पर 557 लोगों ने साइन किए हैं.
फ्रांस में 3000 टन से अधिक मेंढकों की खपत
रॉबिन डेस बोइस और प्रो वाइल्डलाइफ़ के एक संयुक्त अध्ययन में पाया गया कि अकेले फ्रांस में प्रति वर्ष 3,000 टन से अधिक जमे हुए मेंढकों के पैरों की खपत होती है.
पत्र में कहा गया है कि इनमें से अधिकांश मेंढक इंडोनेशिया, तुर्की और अल्बानिया के जंगलों से आते हैं, जहां कुछ मेंढक प्रजातियां महत्वपूर्ण रूप से खतरे में हैं. पत्र के साथ एक मीडिया बयान के अनुसार, वियतनाम भी मेंढकों के पैरों का एक बड़ा निर्यातक है, लेकिन इन मेंढकों को आमतौर पर पाला जाता है.
फ्रांस को लेनी चाहिए मेंढकों की रक्षा की जिम्मेदारी
पत्र के 557 हस्ताक्षरकर्ता- रिसर्च, प्रकृति संरक्षण और पशु चिकित्सा के क्षेत्र में काम करते हैं. इन्होंने सुझाव दिया कि फ्रांस को मेंढक प्रजातियों की रक्षा की जिम्मेदारी लेनी चाहिए, यह देखते हुए कि यह वो देश है जो यूरोपीय संघ में सबसे अधिक मेंढकों के पैरों का उपभोग करता है.
पत्र के अनुसार, हाल के अध्ययनों से पता चला है कि ‘केकड़ा खाने वाले मेंढक’ (Crab-Eating Drog ) और ‘चावल के खेत वाले मेंढक’(Rice-Field Frog) जैसी सामान्य प्रजातियां ‘कई वर्षों से जारी बिजनेस और एक्सपोर्ट’ के कारण घट रही हैं.
यूरोपीय संघ की नीति पर उठाए सवाल
हालांकि यूरोपीय संघ के मूल निवासी मेंढकों की आबादी को पर्यावास निर्देश के तहत ‘व्यावसायिक शोषण’ से संरक्षित किया गया है. लेकिन पत्र में कहा गया है, यह सुरक्षा क्षेत्र में इंपोर्ट की गई प्रजातियों के लिए नहीं हैं.
प्रो वाइल्डलाइफ़ के विज्ञान प्रमुख सैंड्रा अल्थर ने मीडिया बयान में कहा, ‘यह बेतुका है: यूरोप में मेंढकों की आबादी यूरोपीय संघ के कानून के तहत संरक्षित है. लेकिन यूरोपीय संघ अभी भी अन्य देशों में लाखों जानवरों के कलेक्शन को होने देता है – भले ही इससे वहां मेंढकों की आबादी को खतरा हो. यह यूरोपीय संघ की हालिया जैव विविधता रणनीति के अनुरूप नहीं है.
हस्ताक्षरकर्ताओं ने फ्रांस से मेंढकों की घटती प्रजातियों की रक्षा के लिए प्रस्ताव विकसित करने और यह सुनिश्चित करने की अपील की कि मेंढकों के पैरों के व्यापार की निगरानी, विनियमन और स्थिरता अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों द्वारा शासित हो.