दिवाली करीब आते ही एयर पॉल्यूशन कई गुना बढ़ जाता है। गाड़ियों और फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं के अलावा पटाखों का धुआं भी एयर क्वालिटी को खराब करता है। यह देखने में आता है कि इस दौरान सांस लेना भी काफी मुश्किल हो जाता है। कई बार तो इसके कारण अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया और यहां तक कि फेफड़ों का कैंसर भी हो सकता है। इसलिए यह बेहद जरूरी होता कि आपको अपने लंग्स की ज्यादा केयर करें।
इसका सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने खान-पान पर जरूरत से ज्यादा ध्यान दें। दरअसल, ऐसे कई फूड्स होते हैं जो एंटी-पॉल्यूशन फूड की तरह काम करते हैं। जब आप इनका सेवन करते हैं तो इससे आपके लिए पॉल्यूशन से लड़ना काफी आसान हो जाता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही फूड्स के बारे में बता रहे हैं-
चुकंदर
अगर आप अपने लंग्स को पॉल्यूशन के नेगेटिव इफेक्ट से बचाना चाहते हैं तो ऐसे में चुकंदर का सेवन करना काफी अच्छा माना जाता है। दरअसल, इसमें नाइट्रेट होते हैं, जो लंग्स फंक्शन के लिए काफी अच्छे हैं। चुकंदर में मौजूद नाइट्रेट ब्लड वेसल्स को आराम देने में मदद करते हैं और ब्लड प्रेशर को कम करने में भी मदद करते हैं। इसलिए, जब आप इसे अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो आपको यकीनन काफी लाभ मिलता है।
हरी पत्तेदार सब्जियां
इस मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियां काफी कम दाम में मिलती हैं और ये सेहत केे लिए काफी अच्छी मानी जाती है। इसे एक एंटी-पॉल्यूशन फूड भी माना जाता है। दरअसल, इसमें एंटी-ऑक्सिडेंट और कई विटामिन पाए जाते हैं, जो लंग्स को पॉल्यूशन से होने वाले ऑक्सीडेटिव डैमेज से बचाने में मदद कर सकते हैं।
सेब
सेब को लंग्स के लिए अच्छे फलों में गिना जाता है क्योंकि इसका नियमित सेवन लंग्स फंक्शन को बेहतर बनाता है। सेब आवश्यक पोषक तत्वों से समृद्ध है और इसलिए लोग सेब का जूस पीना भी काफी पसंद करते हैं।
टमाटर
टमाटर में विटामिन सी और लाइकोपीन मौजूद होता है, जो लंग्स फंक्शन के लिए काफी अच्छा माना जाता है। अपने आहार में टमाटर शामिल करने से वायुमार्ग की सूजन में सुधार होता है। इसे फेफड़ों के लिए भोजन माना जाता है, खासकर अस्थमा और सीओपीडी से पीड़ित लोगों के लिए यह काफी अच्छे हैं।
– मिताली जैन
डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।