Entire Eye Transplant: मेडिकल साइंस में अब तक सबसे बड़ा चमत्कार, इस देश के डॉक्टरों ने किया कमाल

World First Eye Transplant: शरीर का सबसे खूबसूरत अंग कौन सा है. जाहिर है इस सवाल जवाब लोग अपनी पसंद या नापसंद के आधार पर देते हैं. लेकिन सामान्य सी धारणा है कि शरीर में आंखें ही सबसे खूबसूरत अंगों में से एक है. अब फर्ज करिए आपके पास ऐशोआराम की सभी चीजें उपलब्ध हैं. आप उनका इस्तेमाल भी करते हों. लेकिन आप उन्हें देख पाने में सक्षम ना हों. ऐसे में जाहिर सी बात है कि आप सिर्फ और सिर्फ कष्ट होगा. लेकिन इन सबके बीच उम्मीद जगी है. अमेरिका के न्यूयॉर्क में डॉक्टरों की टीम को एंटायर आई ट्रांसप्लांट में कामयाबी मिली है जिसे मेडिकल साइंस में बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है.

अंधेपन की वजह

सबसे पहले यहां समझने की कोशिश करेंगे कि अंधेपन की वजह क्या है और उससे निजात पाने के तरीके क्या हैं. जैसा कि हम सब जानते हैं कि बढ़ती उम्र के साथ चीजें धुंधली नजर आने लगती है. चिंता भी बढ़ जाती है कि कहीं हम अंधे तो नहीं हो जाएंगे. दरअसल धुंधलापन के पीछे की बड़ी वजह मोतियाबिंद का होना है, यह परेशानी खास उम्र में होती है जिसे ऑपरेशन के जरिए उपचार किया जाता है. अंधेपन की समस्या जन्मजात होने के साथ ही एक्सीडेंट की वजह से भी होती है. अगर विजन लॉस की दिक्कत एक्सीडेंट की वजह से हो तो उसमें कॉर्निया ट्रांसप्लांट होता है. इसमें कुछ टिश्यू को निकाल कर अंधेपन की समस्या पर काबू पाया जाता है. लेकिन अगर अंधेपन की समस्या जन्मजात हो तो इसका अर्थ यह है कि समस्या ऑईबॉल, ब्लड सप्लाई और ऑप्टिक नर्व से जुड़ी है.

क्या होता है एंटायर आई ट्रांसप्लांट
एंटायर आई ट्रांसप्लांट में ऑईबॉल, ब्लड सप्लाई और ब्रेन से जुड़ीं ऑप्टिक नर्व को ऑपरेट किया जाता है. अभी तक पूरी आंख का ट्रांसप्लांट संभव नहीं था. लेकिन न्यूयॉर्क नें डॉक्टरों की टीम को पूरी आंखों के ट्रांसप्लांट में कामयाबी मिली है. एएफपी के मुताबिक डोनर के चेहरे के कुछ हिस्सों के साथ उसके लेफ्ट आई को निकाला गया जिसमें ब्लड सप्लाई टिश्यू के साथ साथ ऑप्टिक नर्व भी शामिल था. बाद में इसे अराकांस के रहने वाले आरोन जेम्स में ट्रांसप्लांट किया गया. 

ट्रांसप्लांट को अंजाम देने वाले एडुऑर्डो रोड्रिग्वेज ने एफएपी को बताया कि यह मेडिकल साइंस के लिए बहुत बड़ी कामयाबी है. इससे पहले कुछ जानवरों में पूरी आंखों को ट्रांसप्लांट किया गया था. लेकिन आंशिक कामयाबी मिली थी. लेकिन किसी इंसान पर पहली बार इतनी बड़ी सर्जरी की गई है. इस सर्जरी के बारे में एक और नेत्र विशेषज्ञ वैदेही डेडानिया बताती हैं कि ब्लड सप्लाई, रेटिना पर दबाव के साथ ऑप्टिक नर्व भी सही तरह से काम कर रही हैं हालांकि अभी जेम्स अभी देख नहीं पा रहे हैं. हालांकि हमें उम्मीद है कि वो देख सकेंगे. यूनिवर्सटी ऑफ कोलोरैडो के प्रोफेसर किया वाशिंगटन का कहना है कि यह कोई साधारण कामयाबी नहीं है.

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