Eating Plants can Reduce snoring: पौधों का आहार खर्राटों को कम करने में मदद कर सकता हैं, जानिए कैसे

नई दिल्ली:

Eating Plants can Reduce snoring: स्नोरिंग, जो कि हिंदी में “खर्राटे मारना” कहलाता है, वह एक सामान्य समस्या है जिसमें नींद में व्यक्ति के मुंह से आवाज़ आती है. यह आवाज़ साधारणतः गले की नसों के विकास के कारण होती है जब वायु नाक और गला चौंकर गुज़रती है. यह आमतौर पर नींद के दौरान होता है, लेकिन कई लोग इसे जागते हुए भी करते हैं. मनुष्यों के खर्राटे आने की कई कारण हो सकते हैं. ये कारण शामिल हो सकते हैं: नाक की ब्लॉकेज, गला का ढीलापन, जीभ की पट्टी का गिरना, मस्तिष्क में समस्याएँ, मोटापा, अत्यधिक अल्कोहल सेवन, धूम्रपान, नींद में सांस की समस्याएँ, और मांसपेशियों की कमजोरी. इन सभी कारणों से खर्राटे आ सकते हैं.

 

खर्राटे मारने के क्या कारण हो सकते हैं:

1. नाक और गला में आराम नहीं होना: जब नींद में, गले की नसों में या गला चौंकर गुज़रती हुई हवा में रुकावट हो, तो खर्राटे हो सकते हैं.
2. मोटापा: अत्यधिक वजन से, विशेष रूप से चेहरे के आसपास जमा वसा, गले को ब्लॉक कर सकता है और खर्राटे पैदा कर सकता है.
3. अल्कोहल या धूम्रपान: अधिक मात्रा में अल्कोहल लेना या धूम्रपान करना, गले की नसों को संचालित करने में कठिनाई पैदा कर सकता है, जिससे खर्राटे होते हैं.
4. साँस की समस्याएँ: चीरने वाली सांस या सांस लेने की कोई अन्य समस्या खर्राटे को बढ़ा सकती है.
5. नींद की गलत ढंग से लेना: बेताब या विश्रांत नींद के अभाव में, व्यक्ति खर्राटे मार सकता है.

 

पौधों का आहार करने से खर्राटें कैसे कम होते है? 

 

पौधों पर आधारित आहार में अधिकतम पोषक तत्व, फाइबर, और अंतिऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर की सांस लेने वाली नालिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. इसके अलावा, इस आहार में अधिक मात्रा में विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं जो शरीर की मांसपेशियों को मजबूती देते हैं और नसों को अच्छे से संचालित करने में मदद करते हैं. यह सब कुछ मिलाकर, खर्राटे कम होने में मदद करता है क्योंकि शरीर की सांस लेने वाली नालिकाएं स्वस्थ और सुगम होती हैं, जिससे रात को खर्राटे कम होते हैं.

 

पौधों के सेवन से खर्राटे को कम करने में मदद मिल सकती है. निम्नलिखित तरीकों से पौधों की मदद से खर्राटे को कम किया जा सकता है:

1. वजन नियंत्रण: पौधों पर आधारित आहार खाने से आपका वजन नियंत्रित रहता है, जिससे खर्राटे की संभावना कम होती है.
2. संज्ञानात्मक अस्वास्थ्यकर आहार से बचें: पौधों पर आधारित आहार खाने से आपके शरीर के आंतरिक प्रक्रियाओं में सुधार होता है, जिससे संज्ञानात्मक अस्वास्थ्यकर आहार के कारण खर्राटे की संभावना कम होती है.
3. हल्का भोजन: पौधों पर आधारित आहार में हल्के और पाचनशील तत्व होते हैं, जो रात को खर्राटे की संख्या को कम कर सकते हैं.
4. उचित हाइड्रेशन: पौधों पर आधारित आहार खाने से आपका शरीर सही मात्रा में पानी प्राप्त करता है, जिससे गले की आवाज को कम करने में मदद मिल सकती है.
5. शांति और आराम: पौधों पर आधारित आहार सेवन से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है, जिससे खर्राटे कम हो सकते हैं.

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