पश्चिमी अफगानिस्तान में आए शक्तिशाली भूकंप के कारण दो हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई है। तालिबान सरकार के एक प्रवक्ता ने रविवार को यह जानकारी दी।
लोगों ने चट्टानों और मलबे पर चढ़कर मृतकों और घायलों को निकालने का प्रयास किया।
भूकंप से कई गांव तबाह हो गए और शव ढहे मकानों के मलबे के नीचे फंसे हुए हैं।
यह देश में दो दशकों में आए सबसे विनाशकारी भूकंप में से एक है।
देश के राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण ने बताया कि पश्चिमी अफगानिस्तान में शनिवार को आए 6.3 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप और इसके बाद के झटकों से मची तबाही में सैकड़ों लोगों की मौत हो गई।
तालिबान सरकार के एक प्रवक्ता ने रविवार को मृतकों की संख्या बताई है, यदि इसकी पुष्टि हो जाती है, तो यह दो दशकों में देश में आए सबसे घातक भूकंपों में से एक होगा।
इससे पहले, जून 2022 में पूर्वी अफगानिस्तान के पर्वतीय क्षेत्र में आए शक्तिशाली भूकंप में कम से कम 1,000 लोगों की मौत हो गई थी।
अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण ने बताया कि भूकंप का केंद्र हेरात शहर से करीब 40 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित था।
इसके बाद 6.3, 5.9 और 5.5 तीव्रता वाले भूकंप के तीन झटके भी महसूस किए गए।
सूचना एवं संस्कृति मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल वाहिद रयान ने बताया कि हेरात में भूकंप में मारे गए लोगों की संख्या शुरुआत में बताई गई संख्या से कहीं अधिक है। उन्होंने तत्काल मदद की अपील करते हुए बताया कि कई गांव तबाह हो गए हैं और सैकड़ों लोग मलबे में दबे हुए हैं।
रयान ने कहा, ‘‘भूकंप से 2,060 लोगों की मौत हुई है, 1,240 लोग घायल हुए हैं और 1,320 मकान पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं।’’
संयुक्त राष्ट्र प्रवासन एजेंसी ने क्षेत्रीय अस्पताल में चिकित्सक और मनोवैज्ञानिक सहायता परामर्शदाता के साथ चार एम्बुलेंस तैनात की हैं।
एजेंसी के अनुसार, ‘डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ ने हेरात क्षेत्रीय अस्पताल में 80 रोगियों को समायोजित करने के लिए पांच चिकित्सा तंबू स्थापित किए। अधिकारियों ने 300 से अधिक रोगियों का इलाज किया है।
‘अफगान रेड क्रिसेंट सोसाइटी’ के प्रवक्ता इरफानुल्ला शराफजई ने कहा कि सात दल बचाव प्रयास में जुटे हैं, जबकि अन्य दल आसपास के आठ प्रांतों से आ रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जिन लोगों के मकान नष्ट हो गये हैं, उन्हें फिलहाल आश्रय की जरूरत है। उनके लिए एक अस्थायी शिविर स्थापित किया गया है।’’
अफगान क्रिकेट राशिद खान ने कहा कि वह हेरात में भूकंप से पीड़ित लोगों की मदद के लिए क्रिकेट विश्वकप की अपनी सारी फीस दान कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘भूकंप से लोगों की जान जाने और उनके घायल होने की लगातार आती खबरों के बीच अस्पतालों में टीम घायलों के इलाज में मदद कर रही है और अतिरिक्त आवश्यकताओं का आकलन कर रही है। डब्ल्यूएचओ से जुड़ी एम्बुलेंस पीड़ितों को अस्पताल पहुंचा रही हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।’’
स्थानीय मीडिया में आई खबरों के अनुसार, कंप के झटके फराह और बदघिस प्रांत में भी महसूस किए गए।
तालिबान ने स्थानीय संगठनों से जल्द से जल्द भूकंप प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचने का अनुरोध किया, ताकि घायलों को अस्पताल ले जाया जा सके तथा बेघरों को आश्रय और भोजन मुहैया कराया जा सके।
अफगानिस्तान में चीन के राजदूत झाओ जिंग ने कहा कि उनकी सरकार और देश की धर्मार्थ संस्थाएं हर तरह की मदद देने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘हम जरूरतमंद लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए अफगान सरकारी सहायता एजेंसियों के संपर्क में हैं।’’
अफगानिस्तान के क्रिकेटर राशिद खान हेरात के भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए क्रिकेट विश्वकप की अपनी सारी फीस दान कर रहे हैं।
पड़ोसी देश पाकिस्तान ने कहा कि वह जरूरतों का तत्काल आकलन करने के लिए अफगान अधिकारियों के संपर्क में है।
अफगानिस्तान में जापान के राजदूत तकाशी ओकादा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि वह ‘‘हेरांत प्रांत में भूकंप की खबरों से बहुत आहत और दुखी हैं।
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