वाम दल से संबद्ध ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने पहले कहा था कि यह चुनाव चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम पर जनमत संग्रह है। छात्र संघ चुनाव चार साल के अंतराल के बाद 22 सितंबर को होंगे। पिछली बार चुनाव 2019 में हुआ था।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार मतदाताओं को अपने पाले में करने के लिए चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम हटाने की मांग से लेकर छात्रावास के बुनियादी ढांचे में सुधार लाने, छात्रों के लिए दिल्ली मेट्रो के रियायती पास और कॉलेज परिसरों में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाने तक के वादे कर रहे हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक आशुतोष सिंह ने कहा कि कैम्पस का माहौल उत्साहजनक है और उल्लेखनीय है कि 90 फीसदी छात्र पहली बार चुनाव में भाग लेने की तैयारी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीदवार कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं और वे कक्षाओं, कैंटीन तथा छात्रावासों में जाने समेत प्रचार के विभिन्न माध्यमों के जरिए साथी छात्रों के साथ सक्रियता से जुड़ रहे हैं।’’एबीवीपी ने बुधवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ और साउथ कैम्पस में छात्र गर्जना रैली आयोजित की।
उसने एक बयान में कहा कि इस रैली का मकसद छात्रों के लिए दिल्ली मेट्रो के रियायती पास, प्रत्येक कॉलेज परिसर में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाना, खेल सुविधाओं और नए छात्रावास में सुधार लाना और कैम्पस के सम्पूर्ण बुनियादी ढांचे में सुधार लाने जैसे अहम मुद्दों पर बातचीत करना था।
कांग्रेस की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंस यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के राष्ट्रीय सचिव और मीडिया एवं संचार प्रभारी लोकेश चुग ने कहा कि संगठन भी सक्रियता से प्रचार कर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे प्रमुख उद्देश्य कैम्पस के बुनियादी ढांचे में सुधार लाना, छात्रावास सुविधाओं जैसे मुद्दों को हल करना और यह सुनिश्चित करना है कि छात्र कैम्पस जीवन का भरपूर आनंद उठाएं।’’
एनएसयूआई के एक वरिष्ठ सदस्य ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि वह दो चुनाव घोषणापत्र जारी करेंगे जिसमें से एक ‘‘महिला केंद्रित’’ होगा।
वाम दल से संबद्ध ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने पहले कहा था कि यह चुनाव चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम पर जनमत संग्रह है।
छात्र संघ चुनाव चार साल के अंतराल के बाद 22 सितंबर को होंगे। पिछली बार चुनाव 2019 में हुआ था।
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