अभिषेक जायसवाल/वाराणसी: दशहरा बुराई पर अच्छाई के प्रतीक का महापर्व है. इसे विजयादशमी भी कहते हैं. अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा (Dussehra 2023) मनाया जाता है. कथाओं के मुताबिक, भगवान राम ने इसी दिन लंका नरेश रावण का वध किया था. इसलिए इस दिन देशभर में रावण का पुतला जलाया जाता है. इसके अलावा इस दिन शस्त्र पूजा का भी विधान है. आइए जानते हैं काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय से इस साल दशहरा का महापर्व कब मनाया जाएगा.
पंचाग के मुताबिक, इस साल अश्विन मास शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को 23 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 44 मिनट पर लगेगा, जो अगले दिन 24 अक्टूबर को दोपहर 3 बजकर 15 मिनट तक होगा. उदयातिथि के हिसाब से 24 अक्टूबर को विजयादशमी का पर्व मनाया जाएगा.
बन रहें दो शुभ संयोग
काशी (Kashi) के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि इस साल दशहरा पर दो शुभ योग भी बन रहे हैं. पंचाग के अनुसार 24 अक्टूबर 2023 को रवि और वृद्धि योग भी बन रहा है. इस दिन रावण दहन का मुहूर्त शाम 5 बजकर 40 मिनट से 8 बजकर 10 मिनट तक होगा. ओस दौरान देशभर में रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण का पुतला जलेगा.
शस्त्र पूजा का भी विधान
दशहरा पर रावण दहन के अलावा शस्त्र पूजा का भी विधान है. सुबह-सवेरे इस दिन शस्त्र पूजा भी किया जाता है. इसके अलावा शारदीय नवरात्र के नौ दिनों के उत्सव के बाद दशमी के दिन ही मां दुर्गा को विदाई दी जाती है.
(नोट:यह खबर धार्मिक मान्यताओं और ज्योतिषशास्त्र पर आधारित है.News 18 इसके सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.)
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FIRST PUBLISHED : September 22, 2023, 16:13 IST