Dry Eye Syndrome: आंखों को कैसे प्रभावित करती है ड्राई आई सिंड्रोम, जानें इसके कारण लक्षण और उपचार

नई दिल्ली:

Dry Eye Syndrome: ड्राई आई सिंड्रोम (Dry Eye Syndrome) आंखों की एक आम बीमारी है जो आंखों की सतह पर पानी की कमी के कारण होती है. यह आंख की सतह पर पानी की कमी, आंख की आंसू फिल्म का अनियंत्रित पतला होना, या आंख की सतह पर इंट्राओकुलर तापमान में बदलाव के कारण हो सकता है. इसके कारण होने वाले लक्षणों में आँखों की खराश, जलन, आँखों में खुजली, धूप और हवा में असहजता महसूस करना, आँखों में चमक या लालिमा, आँखों की सूखापन और अनियमित आँखों की झलकी हो सकती है. इस सिंड्रोम का प्रबंधन आमतौर पर आँखों को ध्यानपूर्वक मोइस्चर दवाइयों और आँखों की सतह को ठंडा रखकर किया जाता है. कई बार, आँखों की सूखापन को कारणों को निकालकर उसका इलाज किया जा सकता है, जैसे कि विशेष आँखों की दवाइयाँ, समय समय पर ब्लिंकिंग, और विशेष आँखों की स्वच्छता.

ड्राई आई सिंड्रोम के कारण

प्राकृतिक प्रोसेस: वृद्धि या उम्र बढ़ने के साथ, आँखों के सृजन और रक्षण के लिए आवश्यक तत्वों का उत्पादन कम हो जाता है, जिससे ड्राई आई सिंड्रोम का खतरा बढ़ जाता है.

धूप और हवा के निरंतरता: धूप, बारिश, हवा में धूल और प्रदूषण के कारण भी आँखों के पानी की अपूर्णता हो सकती है.

लंबे समय तक स्क्रीन या धूप के संपर्क में होना: लंबे समय तक कंप्यूटर या मोबाइल स्क्रीन के सामने बिताने, धूप में घूमने या हवा में अधिक समय तक रहने के कारण आँखों के सूखने की संभावना बढ़ जाती है.

ऑटोइम्यून बदलाव: कई बार, शरीर की ऑटोइम्यून प्रणाली के अंतर्गत, आँखों की अंत:सूचक ग्रंथि को प्रभावित करने के कारण ड्राई आई सिंड्रोम हो सकता है.

आँखों का लेंस से संपर्क होना: लंबे समय तक लगे रहने वाले संपर्क लेंस भी आँखों के सूखने का कारण बन सकते हैं.

अन्य मेडिकल स्थितियाँ: डायबीटीज, आँखों की संक्रमण, थायराइड समस्याएं, राखी संक्रमण आदि भी ड्राई आई सिंड्रोम का कारण बन सकती हैं.

ड्राई आई सिंड्रोम के लक्षण

आँखों में खराश या खुजली की अनुभूति

आँखों में जलन या चुभन का अहसास

आँखों की थकान

आँखों में चमक या लालिमा

आँखों का खुलने में परेशानी

आँखों की खराबी में सुधार होने में समय लगना

लंबे समय तक कंप्यूटर, मोबाइल फोन, टेलीविजन आदि के सामने बिताए अधिक समय के कारण अधिक लक्षण

आँखों में सूखापन या अनुभूति की अन्य परेशानियाँ

ड्राई आई सिंड्रोम के इलाज

आँखों को मोइस्चर रखना: यह सबसे साधारण और महत्वपूर्ण उपाय है. मोइस्चर की अच्छी मात्रा में आँखों की सूखापन को कम किया जा सकता है.

आँखों के लिए आदर्श स्वास्थ्य आदतें: लंबे समय तक कंप्यूटर या मोबाइल स्क्रीन के सामने बिताने से बचें, नियमित आँखों की फितकरी करें, आदि.

आँखों की विशेष दवाओं का उपयोग: डॉक्टर के परामर्श के अनुसार आंखों की सुरक्षा और सूखापन दूर करने वाली दवाओं का उपयोग किया जा सकता है.

आँखों की जलन और दर्द कम करने के लिए ठंडे पदार्थों का उपयोग: धूपी या अधिक उष्णता में रहने के बाद, आँखों को ठंडा पानी से धोने, ठंडा पदार्थों को आँखों के आसपास रखने और आंखों को आराम देने के लिए कोल्ड प्रेस का इस्तेमाल किया जा सकता है.

संपर्क लेंस का उपयोग करने वालों को ध्यान देना: संपर्क लेंस के उपयोग के दौरान, लेंस को समय समय पर बदलना और स्वच्छ रखना महत्वपूर्ण है.

आँखों की सर्जरी: कुछ मामलों में, आँखों की सर्जरी की जा सकती है, जैसे कि आँखों की अंत:सूचक ग्रंथि की सर्जरी या संपर्क लेंस से राहत के लिए सर्जरी.

ड्राई आई सिंड्रोम का उपचार मूल रूप से व्यक्ति के लक्षणों, स्थिति और उपायों पर निर्भर करता है, इसलिए व्यक्तिगत परामर्श के बिना किसी भी उपचार का शुरू किया जाना चाहिए. डॉक्टर के साथ नियमित रूप से संपर्क करना और उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना भी जरूरी है.

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