New Delhi:
Disadvantages of Hair Color: बदलते समय के साथ युवाओं में हेयर कलर करवाने का ट्रेंड बढ़ता ही जा रहा है. हालांकि कई ब्रांड्स ये प्रमोट करते हैं कि उनके कलर से बालों को नुकसान नहीं होगा. लेकिन सोचिए जब कोई केमिकल इस्तेमाल किया जा रहा है तो भला वो फायदा कैसे देगा. एक्पर्ट हमेशा ही किसी भी तरह के केमिकल से दूर रहने की हिदायत देते हैं. ऐसे में भले ही आप हेयर कलर क्यों ना करवाने के बारे में सोचें इससे आपके बालों को कई तरह के नुकसान होते हैं. हेयर कलर का उपयोग बालों के रंग को बदलने या ग्रेजिंग को छिपाने के लिए किया जाता है, लेकिन इसमें कुछ नुकसान भी हो सकते हैं. यहां हेयर कलर के नुकसानों के बारे में जानते हैं.
बालों की शक्ति का नुकसान:
हेयर कलर में मौजूद रसायनिक तत्व और अमोनिया के प्रयोग के कारण बालों की कमजोरी हो सकती है और इससे बालों की शक्ति का नुकसान हो सकता है.
त्वचा आलर्जी:
कुछ लोगों को हेयर कलर के रसायनिकों से त्वचा आलर्जी हो सकती है, जो खुजली, लालिमा, या चकत्ते की समस्या का कारण बन सकती है.
बालों का सुखा और कमजोरी:
हेयर कलर में अमोनिया और अन्य रसायनिक तत्व हो सकते हैं, जो बालों को सुखा और कमजोर बना सकते हैं.
प्राकृतिक रंग बदलने में कठिनाईयां:
हेयर कलर को प्राकृतिक रंग में बदलना कठिन हो सकता है और इसके लिए आपको नियमित रूप से बालों को कलर करना पड़ सकता है.
सुंदरता और त्वचा स्वास्थ्य के नुकसान:
हेयर कलर में मौजूद केमिकल्स के बारे में बड़ी जानकारी नहीं होने पर बालों और त्वचा के लिए नुकसानकारी हो सकते हैं.
रंग का फीका पड़ना:
कुछ समय के बाद हेयर कलर का रंग फीका पड़ सकता है और इसे बार-बार लगाना पड़ता है ताकि रंग बना रहे.
बालों के झड़ने का खतरा:
कुछ हेयर कलर में मौजूद केमिकल्स के बारे में अध्ययनों में कहा गया है कि वे बालों के झड़ने का खतरा बढ़ा सकते हैं.
सफलता की गारंटी नहीं:
कई बार हेयर कलर का प्रभाव व्यक्ति के बालों की प्राकृतिक रंग और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है, और इसमें सफलता की पूरी गारंटी नहीं होती.
हेयर कलर का प्रयोग बहुत ही सावधानीपूर्वक करना चाहिए और व्यक्ति को अपने बालों और त्वचा के लिए उपयुक्त और सुरक्षित कलर चयन करना चाहिए. यदि कोई त्वचा समस्या उत्पन्न होती है या किसी भी प्रकार का अधिक असुविधा होती है, तो त्वचा के डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.