राजधानी दिल्ली में इन दिनों वायु प्रदूषण बेहद गंभीर स्थिति में पहुंचा हुआ है। दिल्ली में लोग जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर है। दिल्ली की हवा में जहर इस कदर घुला हुआ है कि यहां हर व्यक्ति इन दिनों ऐसी सांस ले रहा है जो कि 10 सिगरेट पीने के बराबर है। दिल्ली में इन दिनों हवा में सांस लेना इतान ही जानलेवा बना हुआ है।
गौरतलब है कि दिल्ली और उसके आसपास के इलाके इन दिनों प्रदूषण की चपेट में आए हुए है। दिल्ली में हर तरफ सिर्फ धुंध ही दिखाई देती है। इन दिनों दिल्ली और एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक 616 के स्तर पर रहा था। गुरुग्राम में 516, दिल्ली में इसका स्तर 450 से अधिक दर्ज हुआ है। दिल्ली की हवा इतनी जहरीली हो गई है कि यहां व्यक्ति ऐसी हवा ग्रहण कर रहा है जो कि 10 से 12 सिगरेट पीने के बराबर है।
वहीं दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए लोगों को सांस लेने में परेशानी होने लगी है। आंखों में जलन होना, एलर्जी की दिक्कत भी आम हो गई है। कई स्वास्थ्य समस्याएं इन दिनों लोगों में देखने को मिल रही है। इसी बीच दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने भी कई कदम उठाए है मगर वो नाकाफी साबित हो रहे है।
बता दें कि दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 450 पर बना हुआ है, जो गंभीर स्थिति है। वहीं नोएडा में भी हालात खराब है। यहां वायु गुणवत्ता 600 से अधिक हो गई है। विशेषज्ञों की मानें तो सिगरेट से आमतौर पर 64.6 एक्यूआई निकलता है। वहीं नोएडा में ये स्तर 616 है, जिसके अनुसार हर व्यक्ति हर पर 10 सिगरेट पी रहा है।
दिल्ली में लागू होगी ऑड ईवन योजना
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को घोषणा की कि वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने की कवायद के तौर पर शहर में 13 से 20 नवंबर तक सम-विषम कार योजना लागू की जाएगी। राय ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में दिवाली के बाद 13 से 20 नवंबर तक सम-विषम योजना लागू की जाएगी। इस योजना की अवधि बढ़ाने पर फैसला 20 नवंबर के बाद लिया जाएगा।’’ इस योजना के तहत सम या विषम पंजीकरण संख्या वाली कारों को वैकल्पिक दिनों (एक दिन छोड़कर एक दिन) पर चलाने की अनुमति दी जाती है।