New Delhi:
Delhi Air Pollution: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण से फौरी तौर पर मिली राहत के बाद स्थिति फिर से गंभीर हो चली है. जिससे लोगों को एक बार फिर सांस लेने में परेशानी, आंखों में जलन, गले में खराश और घबराहट जैसी परेशानी हो रही हैं. यहां तक कि खुली हवा में लोगों का सांस लेना तक दूभर हो गया है. सड़कों या सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को मास्क पहने या मुंह पर रूमाल रखे देखा जा सकता है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार आज यानी गुरुवार सुबह दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 के पार चला गया.
#WATCH | The Air Quality Index (AQI) remains in the ‘Very Poor’ category in Delhi as per the Central Pollution Control Board (CPCB).
(Drone visuals from near Rajouri Garden, shot at 8:00 am) pic.twitter.com/UzRbSBX2XB
— ANI (@ANI) November 23, 2023
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दिल्ली में प्रदूषण का ये है हाल
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार आज सुबह सुबह दिल्ली के जाहंगीरपुरी में 434, बवाना में 441, द्वारका में 412, बुराड़ी में 441, आनंद विहार में 387, अशोक विहार में 386, एक्यूआई दर्ज किया गया है. दिल्ली में प्रदूषण की समस्य पर बोलते हुए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सटे राज्यों (हरियाणा, वेस्ट यूपी और राजस्थान ) में पराली जलाए जाने के मामले कम नहीं हो रहे हैं, जिसकी वजह से दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या से निजात नहीं मिल पा रहा है.
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#WATCH | Delhi Minister Gopal Rai says, “The way wind speed is low, scientists believe that it can improve further. The government has taken the decision that until air quality improves, GRAP 3 will continue in Delhi…Other than the construction work of national importance,… pic.twitter.com/nq1Z6sNoIM
— ANI (@ANI) November 23, 2023
प्रदूषण को लेकर क्या कहते हैं पर्यावरण मंत्री गोपाल राय
पराली जलाने पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पंजाब सरकार ने काफी काम किया है। एक साल के प्रयास में 50% से ज्यादा पराली कम करना सामान्य बात नहीं है. हरियाणा सरकार इस पर 10 सालों से काम कर रही है… उम्मीद है कि अगले साल तक इसमें बड़े पैमाने पर गिरावट दर्ज़ की जाएगी. आपको बता दें कि पिछले दिनों हुई बारिश से दिल्ली में अस्थाई रूप से प्रदूषण से राहत मिली थी. इस दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक भी घटकर 300 और उससे नीचे आ गया था, लेकिन दिवाली बाद हवा की गुणवत्ता एकबार फिर गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है. हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि राजधानी दिल्ली में बारिश के आसार बन रहे हैं, जिसके बाद वायु गुणवत्ता में काफी सुधार देखने को मिलेगा.