COVID-19 लैब-लीक सिद्धांत को छुपाने के लिए अधिकारियों को CIA ने दी रिश्वत? व्हिसिलब्लोअर ने किया बड़ा खुलासा

lab-leak theory

Creative Common

सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) के एक व्हिसलब्लोअर ने दावा किया है कि अमेरिकी जासूसी एजेंसी ने अपने ही छह विश्लेषकों को यह कहने के लिए रिश्वत दी थी कि कोविड​​​​-19 की उत्पत्ति वुहान लैब में नहीं हुई थी।

दुनिया भर में कोविड-19 का प्रकोप हुए तीन साल हो गए हैं।अनगिनत लोग मारे गए और दुनिया ने अभूतपूर्व शटडाउन देखा। हालाँकि, हम यह जानने से बहुत दूर हैं कि यह बीमारी कैसे उत्पन्न हुई। क्या यह किसी संक्रमित जानवर से लोगों में संक्रमण फैलने का मामला था या इसे चीन की वुहान लैब में इंजीनियर किया गया और फिर लीक कर दिया गया? अमेरिकी कांग्रेस के एक नए व्हिसलब्लोअर की गवाही के बाद अब, ऐसे नए दावे और सिद्धांत फिर से मजबूत होते नजर आ रहे हैं कि कोरोना वायरस एक प्रयोगशाला में उत्पन्न हुआ और फिर दुनिया भर में लीक हो गया। सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) के एक व्हिसलब्लोअर ने दावा किया है कि अमेरिकी जासूसी एजेंसी ने अपने ही छह विश्लेषकों को यह कहने के लिए रिश्वत दी थी कि कोविड​​​​-19 की उत्पत्ति वुहान लैब में नहीं हुई थी। सीआईए अधिकारी ने क्या गवाही दी है? अमेरिकी जासूसी एजेंसी ने कैसे प्रतिक्रिया दी है? आइए विस्तार से पूरे मामले को समझते हैं। 

कोविड को लेकर क्या दावा सामने आया

एक अनुभवी सेवारत एजेंसी अधिकारी होने का दावा करने वाले व्हिसलब्लोअर ने कांग्रेस की जांच में दावा किया है कि सीआईए ने सात अधिकारियों को एक कोविड ​​​​डिस्कवरी टीम को सौंपा था, जिसमें महत्वपूर्ण वैज्ञानिक के साथ बहु-विषयक और अनुभवी अधिकारी शामिल थे। सीआईए अधिकारी के अनुसार, इसकी समीक्षा के अंत में टीम के सात सदस्यों में से छह का मानना ​​​​था कि खुफिया जानकारी और विज्ञान कम आत्मविश्वास वाले आकलन के लिए पर्याप्त थे कि कोविड​​​-19 चीन के वुहान में एक प्रयोगशाला से उत्पन्न हुआ था। टीम के सबसे वरिष्ठ सातवें सदस्य का मानना ​​था कि यह स्वाभाविक रूप से विकसित हुआ है। व्हिसलब्लोअर ने आरोप लगाया कि अन्य छह को अपनी स्थिति बदलने के लिए पैसों का भुगतान किया गया। ये दावे तब सामने आए जब कोरोना वायरस महामारी पर चयन उपसमिति के अध्यक्ष ब्रैड वेनस्ट्रुप (आर-ओहियो) और इंटेलिजेंस पर स्थायी चयन समिति के अध्यक्ष माइक टर्नर (आर-ओहियो) ने सीआईए निदेशक विलियम बर्न्स को एक पत्र लिखते हुए 26 सितंबर तक सीआईए की कोविड डिस्कवरी टीम से सभी दस्तावेजों, संचार और भुगतान संबंधी जानकारी प्राप्त करने की बात कही। प्रतीत होता है कि विश्वसनीय स्रोत से इन आरोपों के लिए समितियों को इस बात की और निगरानी करने की आवश्यकता है कि सीआईए ने कोविड 19 की उत्पत्ति में अपनी आंतरिक जांच को कैसे संभाला। 

सीआईए का क्या कहना है? 

आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए सीआईए के प्रवक्ता टैमी कुप्परमैन थोर्प ने एक लिखित बयान में कहा कि हम विश्लेषणात्मक कठोरता, अखंडता और निष्पक्षता के उच्चतम मानकों के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम विशिष्ट निष्कर्षों तक पहुंचने के लिए विश्लेषकों को पैसे नहीं देते हैं। हम इन आरोपों को बेहद गंभीरता से लेते हैं और उन पर गौर कर रहे हैं। हम अपनी कांग्रेसी निरीक्षण समितियों को उचित रूप से सूचित रखेंगे। अमेरिकी एजेंसी ने आगे पुष्टि की कि वे व्हिसलब्लोअर द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच कर रहे हैं। 

अन्य न्यूज़



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *