हिना आज़मी/ देहरादून. देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) का नया वेरियंट दस्तक दे चुका है. इसके बाद लोगों में एक बार फिर दहशत बन गई है. तमाम जिलों और अस्पतालों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी गई है. वहीं ठंड बढ़ने से खांसी जुकाम और सामान्य फ्लू के मरीज भी बढ़ गए हैं. सामान्य खांसी-जुकाम होने पर भी लोग अस्पतालों में पहुंच रहे हैं और डॉक्टरों से कोविड जांच का आग्रह कर रहे हैं. हालांकि डॉक्टर मरीजों से अनावश्यक जांच और दवाओं के इस्तेमाल के लिए मना कर रहे हैं क्योंकि पिछली बार कोरोना की दूसरी लहर में लोगों ने अनावश्यक दवाओं की ओवरडोज ली, जिसके साइड इफेक्ट्स अभी भी मिल रहे हैं.
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के फिजिशियन डॉ. अंकुर पांडेय ने जानकारी देते हुए कहा कि दूसरे राज्यों में कोरोना दस्तक दे चुका है, ऐसे में लोग पैनिक में नजर आ रहे हैं. सर्दियों का सीजन चल रहा है जिस कारण कई तरह के वायरल इन्फेक्शन की वजह से भी खांसी जुकाम हो जाता है. कोरोना के लक्षणों के साथ अगर कोई मरीज अस्पताल पहुंच रहा है, तो हम उसकी कोविड जांच लिख रहे हैं.
मरीजों का कोविड के अलावा इन्फ्लूएंजा टेस्ट भी
डॉ. अंकुर पांडेय ने बताया कि इसके अलावा इन्फ्लूएंजा का टेस्ट भी करवाया जा रहा है ताकि पुष्टि के बाद ही सही इलाज किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि अभी तक कोई भी ऐसा मामला सामने नहीं आया है, जिसमें कोविड या स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो. बुखार, खांसी, जुकाम की दवाएं बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं खानी चाहिए क्योंकि हर तरह की स्थिति और व्यक्ति को उम्र के मुताबिक डोज दी जाती है, इसलिए डॉक्टर के परामर्श के अनुरूप ही काम करना चाहिए.
जरूरत से ज्यादा काढ़ा हो सकता है घातक
डॉ. अंकुर पांडेय ने बताया कि लोग खांसी-जुकाम आदि में एंटीबायोटिक का प्रयोग करते हैं, यह सामान्य बात है लेकिन यह बात ठीक नहीं है. एंटीबायोटिक का रसिस्टेंस तैयार हो जाता है. इसके अलावा हर दवा का एक वक्त और डोज होती है, इसलिए उन्होंने लोगों से अपील की है कि लोग डॉक्टर की सलाह के बाद ही दवाइयां लें अन्यथा इसका साइड इफेक्ट हो सकता है. वहीं जरूरत से ज्यादा काढ़ा का प्रयोग न करें. कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान लोगों ने काढ़ा खूब पीया, जिसके नकारात्मक प्रभाव शरीर में बाद में देखने को मिल रहा है.
नहीं मिला कोविड का कोई मरीज
दून अस्पताल के सीएमएस डॉ. अनुराग अग्रवाल ने बताया कि देश मे ओमिक्रोन का नया सब-वैरिएंट जेएन.1 दस्तक दे चुका है. केंद्र और राज्य सरकार की एडवाइजरी के बाद अस्पताल में पूरी तरह से सतर्कता बरती जा रही है. अभी तक कोई ऐसा मामला सामने नहीं आया है, जो कोविड के नए वेरियंट की पुष्टि करें. अगर ऐसा हुआ तो उसके ट्रीटमेंट के लिए पूरी व्यवस्था की गई है.
.
Tags: Dehradun news, Health News, Life18, Local18, Uttarakhand news
FIRST PUBLISHED : December 24, 2023, 16:19 IST