नई दिल्ली2 घंटे पहले
- कॉपी लिंक

रिप्रजेनटेटिव इमेज
बजाज ऑटो CNG फ्यूल से चलने वाली एंट्री-लेवल मोटरसाइकिल लॉन्च कर सकती है। CNBC को दिए एक इंटरव्यू में कंपनी के MD बजाज ने इसकी हिंट दी। बजाज ने कहा कि CNG मोटरबाइक्स खरीदने और ईंधन भरने दोनों के लिए सस्ती होंगी। यह उन बायर्स को अट्रैक्ट कर सकती है जो हाई पेट्रोल प्राइस अफोर्ड नहीं कर सकते।
राजीव बजाज ने कहा कि CNG बाइक्स में मैन्युफैक्चर्स के लिए सेफ्टी, रेंज, चार्जिंग और बैटरी लाइफ से जुड़ी कोई चिंता नहीं होगी। ऐसी बाइक कंज्यूमर्स के लिए भी बहुत अच्छी होंगी। इससे फ्यूल कॉस्ट 50% तक कम हो सकती है। अगर बजाज इस योजना पर अमल करता है, तो पूरी तरह से सीएनजी मोटरसाइकिल बनाने वाली भारत की पहली कंपनी होगी।
100cc बाइक की बिक्री में तेजी की उम्मीद नहीं
राजीव बजाज ने कहा कि उन्हें आगामी त्योहारी सीजन में एंट्री-लेवल इंटरनल कम्बशन इंजन बाइक (100cc) की बिक्री में तेजी की उम्मीद नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि खरीदार इलेक्ट्रिक ऑप्शन्स की ओर बढ़ रहे हैं। पिरामिड के निचले स्तर के खरीदार जो कोविड, नौकरी छूटने और पेट्रोल की बढ़ती कीमत से प्रभावित हुए थे, वे वापस नहीं आ रहे हैं।
बजाज के 100cc सेगमेंट में दो मॉडल
बजाज ऑटो के पास एंट्री सेगमेंट में 100 और 125 सीसी के बीच सात मोटरसाइकिल मॉडल हैं। कंपनी 100cc सेगमेंट में दो मॉडल पेश करती है – बजाज प्लेटिना और बजाज CT 100। हालांकि वह इस कैटेगरी में लीडर नहीं है।

बजाज की एंट्री लेवल सेगमेंट में दो बाइक आती है- प्लेटिना और बजाज CT 100
सबसे बड़ी पल्सर लॉन्च करेगी बजाज
सीएनजी थ्री-व्हीलर सेगमेंट में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी करीब 70% है। वहीं बजाज ने इस वित्त वर्ष में पल्सर मोटरसाइकिल के छह नए अपग्रेड और अब तक की सबसे बड़ी पल्सर लॉन्च करने की भी बात कही। वर्तमान में सबसे बड़ा पल्सर 250cc वैरिएंट है।
ट्रायम्फ और चेतक का प्रोडक्शन बढ़ा रही कंपनी
बजाज ने कहा कि कंपनी ट्रायम्फ मोटरसाइकिल और चेतक इलेक्ट्रिक स्कूटर का प्रोडक्शन भी बढ़ा रही है। ट्रायम्फ का प्रोडक्शन वर्तमान में लगभग 8,000 यूनिटों से बढ़कर 15,000-20,000 यूनिट प्रति माह और चेतक का त्योहारी सीजन के दौरान लगभग 10,000 यूनिट प्रति माह और वर्ष के अंत तक लगभग 20,000 यूनिट हो जाएगा। कंपनी अक्टूबर में ट्रायम्फ मोटरसाइकिलों का निर्यात भी शुरू कर देगी।
सरकार ने 2016 में चलाया था CNG पायलट प्रोजेक्ट
2016 में, सरकार ने दोपहिया वाहनों को सीएनजी पर चलाने के लिए नई दिल्ली में एक पायलट प्रोग्राम शुरू किया था। इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत, कुछ फूड डिलीवरी सर्विसेज ने CNG-पावर्ड होंडा एक्टिवा मॉडल का इस्तेमाल किया था।