Patna:
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी समेत 11 एमएलसी उम्मीदवार गुरुवार को विधान परिषद के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए. इसी के साथ नीतीश कुमार का यह चौथा कार्यकाल होगा और उनके अलावा विधान परिषद की 11 सीटों पर द्विवार्षिक चुनाव के लिए पर्चा दाखिल करने वाले विभिन्न दलों के 10 उम्मीदवारों को नामांकन पत्र वापस लेने की आखिरी तारीख के दिन निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिए गए. वहीं, नीतीश कुमार अपना सर्टिफिकेट लेने के लिए विधानसभा सचिवालय पहुंचे, जहां उनके साथ उनके करीबी राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह व डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद थे. हम पार्टी के संतोष सुमन, भाजपा के पूर्व मंत्री मंगल पांडे और आरजेडी से राबड़ी देवी उच्च सदन के लिए चुने गए हैं.
सभी 11 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित
बता दें कि जब सर्टिफिकेट लेने मुख्यमंत्री विधानसभा पहुंचे, तो उन्होंने मीडिया से बात करते हुए सीट बंटवारे पर कहा कि जल्द ही सबकुछ हो जाएगा, फिर हम हर चीज की जानकारी देंगे. वहीं, एमएलसी के चुनाव के लिए एनडीए से 6 और महागठबंधन से 5 लोग निर्वाचित हुए हैं. 11 मार्च को नामांकन की आखिरी तारीख थी. अपने विदेश दौरे से पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नामांकन भर दिया था, जिसके बाद वे यूरोप दौरे पर चले गए थे.
15 मार्च को हो सकता है कैबिनेट विस्तार
बिहार में कैबिनेट विस्तार होने वाला है. इसे लेकर राजनीतिक गलियारे में हलचल मची हुई है. वहीं, पहले खबर आई थी कि 15 मार्च को बिहार सरकार का कैबिनेट विस्तार हो जाएगा, लेकिन अब खबर आ रही है कि इसमें देरी हो सकती है. फिलहाल, इसे लेकर कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं आई है. इस बीच जीतन राम मांझी से मिलने के लिए प्रदेश के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी मंत्रियों की लिस्ट लेकर पहुंचे हैं. आपको बता दें कि जब से बिहार में एनडीए की सरकार बनी है तब से हम पार्टी के संयोजक जीतन राम मांझी नीतीश सरकार में दो मंत्री पद पर अड़े हुए हैं. हम पार्टी को एक मंत्री पद दिया जा चुका है. दूसरी तरफ मांझी से सम्राट चौधरी की मुलाकात को लेकर अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या उनकी दो रोटी की मांग पूरी होने वाली है.