राम जेठमलानी मेमोरियल लेक्चर में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि मुख्य न्यायाधीश के रूप में अपने 10 महीनों के दौरान मैंने महसूस किया कि पारदर्शिता बढ़ाने के अलावा संस्थागतकरण भी कार्यक्षेत्र को मानवीय बनाता है।
भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने शुक्रवार को कहा कि न्यायाधीशों की नियुक्ति की प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी हो जाएगी। डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि उच्च न्यायालयों और उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए वस्तुनिष्ठ मानदंड निर्धारित किए जाएंगे। राम जेठमलानी मेमोरियल लेक्चर में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि मुख्य न्यायाधीश के रूप में अपने 10 महीनों के दौरान मैंने महसूस किया कि पारदर्शिता बढ़ाने के अलावा संस्थागतकरण भी कार्यक्षेत्र को मानवीय बनाता है।
सीजेआई ने कहा कि सेंटर फॉर प्लानिंग एंड रिसर्च ने देश के उन शीर्ष न्यायाधीशों का आकलन करने के लिए एक व्यापक मंच पर काम करना शुरू कर दिया है जो नियुक्तियों के लिए पात्र हैं। उन्होंने कहा कि मूल्यांकन न्यायाधीशों पर उपलब्ध आंकड़ों और उनके द्वारा दिए गए निर्णयों के आधार पर किया जाएगा।
#WATCH | Delhi: At Ram Jethmalani Memorial Lecture on his birth centenary year, CJI DY Chandrachud says, “I have in the course of my 10 months as the Chief Justice realised that institutionalisation in addition to enhancing transparency also humanises the workspace. The staff are… pic.twitter.com/IR8EmSItrm
— ANI (@ANI) September 15, 2023
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