Churu: पुलिस की गाड़ी की टक्कर से बाइक सवार की मौत, मृतक का शव लेने से परिजनों ने किया इंकार

Churu News: सरदारशहर तहसील के गांव मेलुसर बिकान गांव में दिल्ली बीकानेर स्टेट हाईवे पर सोमवार रात्रि लगभग 9 बजे एक पुलिस की गाड़ी ने बाइक सवार युवक को टक्कर मार दी. हादसे में बाइक सवार मेलुसर बिकान निवासी रमेश प्रजापत गंभीर रूप से घायल हो गया. परिजनों ने घायल को जिला अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. 

पुलिस की गाड़ी ने बाइक सवार युवक को मारी टक्कर 

बाइक को टक्कर मारने वाली पुलिस की गाड़ी का ग्रामीणों ने गाड़ी से पीछा किया तो पुलिस की गाड़ी भालेरी थाने में जाकर रुकी, ग्रामीण जब भालेरी थाने पहुंचे भालेरी पुलिस थाने के पुलिस जवानों द्वारा ग्रामीणों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया. जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने घटनास्थल पर धरना देकर हाईवे को जाम कर दिया.

धरना देकर हाईवे को किया जाम 

देखते ही देखते हाईवे के दोनों और वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई. सूचना पर डीएसपी ओमप्रकाश गोदारा पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश की लेकिन ग्रामीण नहीं माने. जिसके बाद महिला थाना अधिकारी सुखराम चोटिया और भालेरी थाना अधिकारी शंकर भारी भी पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों के साथ समझाइस की.

हादसे की सूचना पर आरएलपी प्रत्याशी लालचंद मुंड घटनास्थल पर पहुंचे

हादसे की सूचना पर विधानसभा उपचनाव में आरएलपी प्रत्याशी लालचंद मुंड, आरोपी तहसील अध्यक्ष सांवरमल जाखड़ अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और गांव में हाईवे पर धरने पर बैठ गए. कड़कड़ाती सर्दी के बीच खुले आसमान के तले जहां ग्रामीण धरने पर बैठे रहे वहीं पुलिस के जवान अलाव तापते हुए नजर आए.

डीएसपी ओमप्रकाश गोदारा द्वारा ग्रामीणों के साथ कई बार समझाइस की कोशिश की गई, लेकिन ग्रामीण पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे और पुलिस की एक नहीं सुनी और आला अधिकारी से बात करने की मांग पर अड़े रहे. ग्रामीणों ने बताया कि हमारी 5 मांगे हैं इनको कोई भी आला अधिकारी पूरी करें और उसके बाद में हम धरने को समाप्त करेंगे. 

पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग

आरएलपी तहसील अध्यक्ष सांवरमल जाखड़ ने बताया कि हमारी मांगे है कि चुरु एसपी और भालेरी थाना अधिकारी और भालेरी स्टाफ को तुरंत प्रभाव से निलंबित किया जाए साथ ही मृतक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी के आलावा 1 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए. गाड़ी में सवार सभी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए. गाड़ी में सवार सभी पुलिसकर्मियों का मेडिकल करवाकर नशे में होने की जांच करवाई जाए और दोषी पुलिस कर्मियों को तुरंत प्रभाव से गिरफ्तार किया जाए.

ग्रामीण उच्च अधिकारी से मिलने की बात पर अड़े

सांवरमल जाखड़ ने बताया कि हमारी मांगों पर जल्द ही विचार नहीं किया गया तो हम उग्र आंदोलन करेंगे. सड़क पर बैठे ग्रामीण लगातार पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे और उच्च अधिकारी से बात करने की मांग पर अड़े रहे. ग्रामीणों ने बताया कि मृतक रमेश प्रजापत के पिता लूणाराम की लगभग डेढ़ वर्ष पहले मौत हो चुकी है.

ये भी पढ़ें- राहुल गांधी की खातिरदारी में लगी पूरी सरकार, किसान की बेटी का दर्द भूल गई- हनुमान बेनीवाल

आश्वासन मिलने के बाद जाम को खोला गया

मृतक दो भाइयों में बड़ा था और मेहनत मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करता था. मृतक रमेश के एक लड़का और एक लड़की है. रात्रि को 4 बजे तक ग्रामीण नहीं माने. 4:00 बजे पुलिस और ग्रामीणों के बीच अंतिम वार्ता हुई, जिसके बाद ग्रामीण आज दोपहर तक कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद माने और पुलिस ने जाम को खुलवाया. सुबह 4:00 बजे तक हाईवे के दोनों और 1 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई थी.

Reporter- Gopal Kunwar



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *