Chittorgarh news: चित्तौड़गढ़ के रावतभाटा में कल परमाणु बिजलीघर की निर्माणाधीन सातवीं-आठवीं इकाई में एक हादसे एक श्रमिक के जान गवाने के मामले ने आज तूल पकड़ लिया है.
निर्माणधीन संयंत्र के मुख्य गेट के सामने हड़ताल
मृतक श्रमिक के परिजनों को 50 लाख रुपए मुआवजा दिलवाने की मांग को लेकर परमाणु बिजलीघर में काम करने वाले श्रमिकों ने आज सुबह से ही भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में निर्माणधीन संयंत्र के मुख्य गेट के सामने हड़ताल शुरू कर दी है.
मैनेजमेंट के खिलाफ प्रदर्शन
इस बीच संयंत्र में काम करने वाले श्रमिक कार्यस्थल पर जाने से पहले निर्माणधीन इकाई के गेट के सामने वाहनों से उतर गए और बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर मैनेजमेंट के खिलाफ प्रदर्शन किया. वहीं संयंत्र स्थल के गेट के सामने से गुजरने वाले स्टेट हाइवे पर जाम लगा दिया.
पुलिस मौके पर पहुंच स्टेट हाइवे बहाल करवाया
हंगामे की सूचना मिलने पर रावतभाटा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और श्रमिकों से समझाईश कर स्टेट हाइवे बहाल करवाया. हालांकि अभी भी बड़ी संख्या में श्रमिक निर्माणधीन इकाई के गेट के सामने जुटे हुए है, और मुआवजे की मांग नही मानने पर प्रदेशभर में आंदोलन की चेतावनी दी गई है.
यह मामला
आपको बता दें कि रावतभाटा परमाणु बिजलीघर की निर्माणधीन सातवीं-आठवीं इकाई में कूलिंग टॉवर के पास काम के दौरान ऊंचाई से गिरने से एक श्रमिक पप्पू लाल की दर्दनाक मौत हो गई थी. जिसके बाद मजदूर यूनियनों की ओर से मैनेजमेंट और कंपनी प्रबंधन द्वारा मामलें को रफादफा करने की कोशिश करने के आरोप लगाए थे. जिसे लेकर स्थानीय श्रमिकों में रोष देखने को मिल रहा है.
मुआवजा देने कि मांग
भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में हो रही हड़ताल की मांल है कि सातवीं-आठवीं इकाई में एक हादसे एक श्रमिक कि मौत होने से श्रमिकों ने परिजनों को 50 लाख रुपए मुआवजा देने कि मांग को लेकर हड़ताल किया है.