दुनिया के सबसे कर्ज़दार प्रॉपर्टी डेवलपर एवरग्रांडे ग्रुप के लिए एक और झटका आया है। हांगकांग की एक अदालत ने एशियाई देश में संपत्ति संकट का प्रतीक बन चुकी चीनी संपत्ति की दिग्गज कंपनी एवरग्रांडे को बंद करने का आदेश दिया है। न्यायमूर्ति लिंडा चान ने फैसला सुनाते हुए कहा कि अदालत के लिए यह कहने का समय आ गया है कि अब बहुत हो गया। न्यायधीश लिंडा चान ने कहा कि मेरा मानना है कि अदालत के लिए कंपनी के खिलाफ समापन आदेश देना उचित है। शेन्ज़ेन-आधारित डेवलपर के खिलाफ फैसला तब आया है जब पिछले साल जून के अंत में 328 बिलियन डॉलर (27 लाख करोड़ रुपये) से अधिक की कुल देनदारियों के साथ यह सबसे अधिक ऋणग्रस्त संपत्ति डेवलपर होने के लिए कुख्यात हो गया है। यह 2021 में डिफॉल्ट के बाद चीनी कंपनी के लिए एक नया डाउनफॉल है।
एवरग्रैंड क्या है?
चीनी अरबपति जू जियान द्वारा 1996 में ग्वांगझू में स्थापित किया गया एवरग्रैंड चीन के सबसे बड़े रियल एस्टेट डेवलपर्स में से एक है। रियल एस्टेट के सेक्टर में इसने खूब नाम कमाया। कॉर्पोरेट वेबसाइट के अनुसार वर्तमान में एवरग्रैंड चीन के 280 से अधिक शहरों में 1,300 से अधिक परियोजनाओं का मालिक है। बाद में इसने इलेक्ट्रिक वाहन, खेल और थीम पार्क, खाद्य और पेय व्यवसाय, बोतलबंद पानी, किराने का सामान और डेयरी उत्पादों में विविधता बढ़ाई। वेबसाइट की माने तो कंपनी लगभग 200,000 लोगों को रोजगार देती है और हर साल 3.8 मिलियन से अधिक नौकरियां पैदा करती है। 2010 में कंपनी ने गुआंगज़ौ एवरग्रैंड सॉकर टीम खरीदी व 185 मिलियन डॉलर की लागत से दुनिया का सबसे बड़ा सॉकर स्कूल बनाया है। वर्तमान में कंपनी 1.7 बिलियन डॉलर के निवेश से कमल के फूल के शेप का फुटबॉल स्टेडियम बनाने पर काम कर रही है, जिसमें 100,000 लोगों के बैठने की क्षमता है। रियल एस्टेट की दिग्गज कंपनी ने पिछले साल 110 बिलियन डॉलर की बिक्री दर्ज की थी।
समस्या कैसे शुरू हुई?
अब आप कह रहे होंगे कि इतने प्रोजक्ट्स, इतना निवेश और अलग-अलग क्षेत्र में मौजूदगी हो, भला उस कंपनी को फिर क्या दिक्कत हो गई? कंपनी ने अपनी अन्य परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए कर्ज लिया और धीरे-धीरे इसके बोढ चले दबता गया।इसने नकदी जुटाने और फिर से जमीन खरीदने की उम्मीद के साथ कम मार्जिन के साथ भी तेज दर पर अपार्टमेंट बेचे। पिछले साल सितंबर के महीने में कंपनी की एक लीक लेटर से खुलासा हुआ था कि उसकी तरफ से लिस्टिंग योजना के लिए सरकार से समर्थन मांगा गया था।
एवरग्रांडे को ताजा झटका
लेनदार, टॉप शाइन ग्लोबल द्वारा दायर एक याचिका के आधार पर, हांगकांग की एक अदालत ने चीनी कंपनी के परिसमापन का आदेश दिया है। निर्णय घोषित होने के कुछ ही समय बाद, एवरग्रांडे के हांगकांग-व्यापार वाले शेयरों में व्यापार से निलंबित होने से पहले सोमवार की शुरुआत में लगभग 21 प्रतिशत की गिरावट आई। इस फैसले से कंपनियों के निदेशकों का नियंत्रण खत्म हो जाएगा। पेशेवर सेवा फर्म डेलॉइट के वैश्विक दिवालिया नेता डेरेक लाई ने बीबीसी को बताया कि एक अस्थायी परिसमापक नियुक्त किया जाएगा। हालाँकि, एक समस्या है. एवरग्रांडे की अधिकांश संपत्ति मुख्य भूमि चीन में हैं और एक देश, दो प्रणाली के नारे के बावजूद, न्यायिक क्षेत्र संबंधी मुद्दे हैं। वित्तीय सेवा फर्म एएमपी के मुख्य रणनीतिकार शेन ओलिवर ने कहा कि ऐतिहासिक निर्णय चीन में चल रहे संपत्ति संकट में एक कदम आगे की ओर है। इसने कोई बड़ी आपदा पैदा नहीं की है जिसका कई लोगों को डर था। लेकिन इसी तरह, इसका भी समाधान नहीं हुआ है।
हंगकांग की अदालत का फैसला चीन में होगा मान्य
‘ यह देखना दिलचस्प होगा कि हांगकांग की अदालत के इस फैसले को क्या चीन की अदालतें मान्यता देंगी? वहीं, ऑफशोर निवेशकों का ध्यान इस बात पर होगा कि किसी कंपनी के विफल होने पर चीनी अधिकारी विदेशी ऋणदाताओं के साथ कैसा व्यवहार करते हैं।