रजनीश यादव /प्रयागराज: हिंदू धर्म में त्योहारों का बहुत अधिक महत्व होता है. इस समय त्यौहार का सीजन भी चल रहा है. जिसमें एक के बाद एक त्योहार आते रहते हैं. जिनको मनाने की परंपरा भी खास होती है . इसी में एक त्यौहार है छठ पूजा. जिसको मनाने की परंपरा अपने आप में अनोखा है. दीपावली का त्यौहार खत्म होते ही छठ पूजा की तैयारी को लेकर प्रयागराज का प्रशासन अलर्ट हो चुका है.
प्रयागराज में संगम के तट पर और अरल घाट पर भव्य छठ पूजा मेला का आयोजन किया जाता है. जो दो दिनों तक चलता है. इसको लेकर प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी है. संगम के किनारे को समतलीकरण किया जा रहा है. इसके साथ ही महिलाओं केलिए चेंजिंग रूम की भी व्यवस्था की जा रही है. घाट पर पूरी लाइटिंग लगाई जा रही है. गाड़ियों के आवागमन के लिए चकर्ड प्लेट भी लगाया जा रहा है. समिति के सदस्यों ने सफाई तेज कर दी है. पूरे संगम एरिया को गंदगी मुक्त किया जाएगा. उसके लिए बाकायदा नगर निगम मुस्तैद हो चुका है.
इन घाटों पर होता है मेला
संगम के घाट पर और अरल घाट पर छठ पूजा के अवसर पर एक बड़े मेले का आयोजन होता है. जिसमें प्रयागराज के कोने-कोने से लोग आते हैं. यही घाट पर ही आकर महिलाएं जल में खड़ी होती हैं.सुबह होते ही सूर्योदय से पहले आकर पूजा पाठ करती हैं. छठ पूजा के दिन प्रयागराज पर लगे मेले में काफी भीड़ होती है. अर्घ देने वाली महिलाओं के साथ ही पूरे परिवार के लोग आते हैं और यहां मेले का आनंद लेते हैं.
मेले की रौनक
यहां लगने वाले मेले में झूला खाने पीने के काफी सामान लगे होते हैं. इस दिन बगल में स्थित बड़े हनुमान मंदिर पर भी भीड़ होती है. अरल घाट पर भी इसी तरह के मेले का आयोजन होता है. जहां पर लाइटिंग की शानदार व्यवस्था होती है. इस दिन संगम के तट के दोनों ओर शाम को छोटे कुंभ के मेले की बात ही सजावट और भीड़ होती है.
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FIRST PUBLISHED : November 15, 2023, 12:08 IST