नहाय-खाय के साथ शुक्रवार को शुरू हुए सूर्य उपासना के चार दिवसीय इस महापर्व के दूसरे दिन खरना के बाद व्रतियों का शुरू हुआ 36 घंटों का निर्जला उपावास रविवार की शाम अस्ताचलगामी और सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पारण के साथ पूरा हो गया।
सूर्य उपासना का पर्व छठ आज देश-दुनिया में बड़ी धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। न्यू यॉर्क से लेकर पटना तक, अयोध्या से लेकर काठमांडू तक, वाराणसी से लेकर लंदन तक, केरल से लेकर कोलकाता तक और मुंबई से लेकर सिडनी तक छठ व्रतियों का उत्साह देखते ही बन रहा था। जहां तक बिहार की बात है तो आपको बता दें कि राज्य के सबसे लोकप्रिय त्योहार छठ के चौथे और अंतिम दिन सोमवार को व्रतियों ने राज्यभर में गंगा समेत अन्य नदियों और तालाबों के किनारे पानी में खड़े होकर उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पारण किया। इसी के साथ भगवान भास्कर की आराधना के प्रति समर्पित यह चार दिवसीय महापर्व संपन्न हो गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के एक अणे मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास पर बनाए गए एक जल कुंड में परिवार के करीबी सदस्यों, जिन्होंने व्रत रखा था, के साथ उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया।
नहाय-खाय के साथ शुक्रवार को शुरू हुए सूर्य उपासना के चार दिवसीय इस महापर्व के दूसरे दिन खरना के बाद व्रतियों का शुरू हुआ 36 घंटों का निर्जला उपावास रविवार की शाम अस्ताचलगामी और सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पारण के साथ पूरा हो गया। चार दिवसीय इस महापर्व के दौरान पूरा प्रदेश में छठी मैया के भक्तिमय गीतों की गूंज सुनी गई। छठ पर्व के मद्देनजर पटना के विभिन्न घाटों सहित प्रदेश में अन्य स्थानों पर दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी ड्यूटी पर तैनात थे। घाटों पर जाने के रास्ते को सुचारु एवं अवरोधमुक्त बनाया गया था। घाटों पर बेहतर सफाई एवं प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी। दूसरी ओर देश के अन्य भागों में भी छठ पर्व की अभूतपूर्व छटा दिखाई दी।
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