गौरव सिंह/भोजपुर. लोक आस्था के महापर्व छठ की तैयारी व्रतियों और जिला प्रशासन की ओर से शुरू कर दी गई हैं. इस बीज भोजपुर जिला प्रशासन की ओर से जिले में 80 से अधिक खतरनाक छठ घाट चिह्नित किए गये हैं. कुछ घाटों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है. वहीं, प्रतिबंधित घाटों में एक घाट ऐसा भी है जहां कुछ दिन पूर्व गंगा में घड़ियाल दिखा था. इसके बाद जिला प्रशासन अलर्ट हो गया था.
बता दें कि जिला प्रशासन ने आरा के प्रमुख एवं खतरनाक छठ घाट कलेक्ट्रेट तलाब घाट, गांगी नदी घाट, सलेमपुर गंगा नदी घाट, ईजरी नदी घाट, कोईलवर में टीबी सेनेटोरियम घाट, बहियार सोन नदी घाट एवं गोरैया सोन नदी घाट शामिल हैं. वहीं, डीएम राजकुमार और नगर आयुक्त एनके भगत ने इन घाटों से दूर रहने की लोगों से अपील की है.
इन घाटों पर एसडीआरएफ की तैनाती
भोजपर जिले के बड़हरा प्रखंड में पांच, कोईलवर में तीन, सदर आरा में तीन, उदवंतनगर में तीन, जगदीशपुर में तीन और बिहिया में तीन खतरनाक घाट हैं. दरअसल कहीं कटाव हो रहा है, तो कहीं गहरी खाई है. इन घाटों पर एसडीआरएफ की तैनाती की जाएगी. इसके अलावा इन प्रखंडों में एक-एक मोटर बोट की भी तैनाती एसडीआरएफ की देखरेख की जाएगी.
निरीक्षण कर डीएम ने दिए आदेश
डीएम राजकुमार, नगर आयुक्त एनके भगत, एसडीओ ज्योति शाहदेव, एसडीपीओ और नगर निगम की सफाई टीम ने आरा के गांगी छठ घाट, चंदवा छठ घाट, कलेक्ट्रेट छठ घाट, पावरगंज छठ घाट, बलुवहिया छठ घाट, मोती टोला छठ घाट, बेगमपुर, मीराचक और भलुहीपुर छठ घाटों का निरीक्षण किया. इस दौरान बलुवहिया, मोती टोला, मीराचक और भलुहीपुर स्थित छठ घाटों को खतरनाक घोषित किया गया. गंगा और सोन नदियों में मोटर बोट से पेट्रोलिंग की जाएगी. इस दौरान गोताखोर भी अपनी नजर रखेंगे. जिले के 14 प्रखंडों में जगदीशपुर और शाहपुर प्रखंडों में सबसे अधिक और अगिआंव में सबसे कम खतरनाक घाट शामिल हैं. इन सभी घाटों पर दंडाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती रहेगी.
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FIRST PUBLISHED : November 16, 2023, 15:17 IST