Char Dham: पिछले छह महीनों से चल रही चार धाम यात्रा जल्द ही खत्म होने वाली है. उत्तराखंड के धामों के कपाट आने वाले महीने में बंद होने वाले हैं. उत्तराखंड में हर साल चार धाम की यात्रा होती है जिनमें बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) के साथ-साथ तीर्थयात्री गंगोत्री धाम. यमुनोत्री धाम और केदारनाथ धाम के दर्शन करने आते हैं. गंगोत्री, युमनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाम धार्मिक स्थल हैं जहां देशभर से तीर्थयात्री श्रद्धाभाव से पहुंचते हैं. चार धाम की यात्रा को बेहद खास माना जाता है और इसका अत्यधिक धार्मिक महत्व भी है. जानिए इस साल चार धाम की यात्रा (Char Dham Yatra) में किस मंदिर के कपाट कब बंद होने वाले हैं.
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इस दिन से चार धाम के कपाट होंगे बंद | Char Dham Closing Date
सबसे पहले गंगोत्री धाम (Gangotri Dham) के कपाट बंद होने वाले हैं जिसके साथ गंगोत्री धाम की यात्रा समाप्त हो जाएगी. 14 नवंबर, मंगलवार के दिन गंगोत्री धाम के कपाट बंद हो जाएंगे. इसके बाद अगले ही दिन 15 नवंबर, बुधवार के दिन यमुनोत्री धाम के साथ-साथ केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के कपाट भी बंद होंगे. आखिर में 18 नवंबर, शनिवार के दिन बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने वाले हैं.
इस साल की चार धाम यात्रा में उल्लेखनीय रूप से श्रद्धालुओं की संख्या देखी गई. लगभग 50 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री चार धाम पहुंच चुके हैं. ये संख्या पिछले कुछ सालों से कई गुना ज्यादा है. चार धाम यात्रा में कोविड-19 के दौरान 5 लाख के करीब श्रद्धालु पहुंचे थे और पिछले साल 46 लाख के करीब तीर्थयात्री देखे गए थे.
चार धाम यात्रा को धार्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. देवभूमि कहे जाने वाले उत्तराखंड में बंद्रीनाथ धाम है, तमिलनाडु में रामेश्वरम धाम स्थित है, द्रारिका धाम गुजरात में है और जगन्नाथ पुरी धाम उड़ीसा में स्थित है. चार दिशाओं में स्थित इन चार धामों को आलौकिक माना जाता है जिनके दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में हर साल श्रद्धालु (Devotees) तीर्थयात्रा करने आते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)