इन दिनों चर्चा चारों ओर चांद की है. कुछ दिन पहले हम चंद्र ग्रहण की बात कर रहे थे, आज करवा चौथ के अवसर पर चांद का जिक्र फिर छिड़ा है. ‘चांद’ हमारे साहित्य और फिल्मी दुनिया का मुख्य बिंदु रहा है. तमाम शायरों और गीतकारों ने अपनी कलम से चांद के अलग-अलग रूपों की व्याख्या की है.
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