नई दिल्ली:
CBSE Guidelines to Schools Under National Credit Framework: सीबीएसई बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होने वाली है वहीं सीबीएसई बोर्ड का नया सत्र अप्रैल से शुरू होने वाला है. सीबीएसई बोर्ड ने शैक्षणिक सत्र 2024-25 से कई बदलाव किए हैं. सीबीएसई अगले शैक्षणिक सत्र से 6वीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए एक नई प्रणाली लागू करने जा रहा है, जिसमें छात्रों को 40 क्रेडिट प्वाइंट्स शामिल है. सीबीएसई बोर्ड के छात्रों को 40 क्रेडिट प्वाइंट्स पाने के लिए एक साल में कक्षाओं में 1200 घंटे की उपस्थिति पूरी करनी होगी. दरअसल सीबीएसई ने नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क (NCRF) के तहत स्कूलों को एक गाइडलाइन जारी की है. यह फ्रेमवर्क शिक्षा में गतिशीलता और बदलाव लाने के लिए किया गया है. इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय समिति ने स्कूल से उच्च शिक्षा तक एक एकीकृत क्रेडिट संचय और हस्तांतरण ढांचा तैयार किया है, जिसके तहत छात्रों को शैक्षणिक और स्किल विषयों में क्रेडिट दिया जाएगा. वैसे तो नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क सभी कक्षाओं के लिए है, लेकिन इसे खासतौर पर 9वीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चों के लिए तैयार किया गया है.
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सीबीएसई बोर्ड के निर्देशक डॉ. विश्वजीत साहा ने इस संबंध में सभी स्कूलों को दिशा-निर्देश भेजे हैं. एक क्रेडिट हर हफ्ते एक घंटे के शिक्षण या दो घंटे के प्रैक्टिकल कार्य के बराबर होगा. एक क्रेडिट प्वाइंट का मतबल 15 घंटे की थ्योरी के लिए जबकि एक क्रेडिट प्वाइंट 30 घंटे की थ्योरी-प्रैक्टिकल दोनों के लिए है. छात्रों को एक साल में 1200 घंटे की पढ़ाई के लिए 40 क्रेडिट प्वाइंट मिलेंगे. क्रेडिट अंक हर साल सीखने के घंटों के अनुसार तय किए जाते हैं.
सीबीएसई कक्षा 6 से 8वीं
सीबीएसई कक्षा 6 से 8वीं तक के बच्चों के लिए भी कई बदलाव किए गए हैं. छात्रों को वोकेशनल कोर्स में भी क्रेडिट प्वाइंट दिए जाएंगे. खासकर 10वीं-12वीं बोर्ड में छठा और सातवां विषय रखने वाले छात्रों को इसका अलग-अलग लाभ मिलेगा.
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सीबीएसई कक्षा 11वीं-12वीं
सीबीएसई बोर्ड के कक्षा 11वीं-12वीं के छात्र सात विषयों के लिए 40 से 47 क्रेडिट अंक ले सकेंगे. इसमें लैंग्वेज 1 और लैंग्वेज 2 के लिए 180-180 घंटे निर्धारित किए गए हैं जिसके लिए 6-6 क्रेडिट अंक मिलेंगे. वहीं 3, 4, 5, 6 और 7 विषय, प्रत्येक के लिए 210 घंटे निर्धारित किए गए हैं और इनके लिए 7-7 क्रेडिट अंक होंगे. सीबीएसई स्कूल आर्गेनाइजेशन के सचिव सतीश कुमार झा ने कहा कि क्रेडिट प्वाइंट पहली बार लागू किया जा रहा है. इससे बच्चों को इंटरमीडिएट के बाद हायर एजुकेशन में इनरॉलमेंट में भी फायदा होगा, जहां उन्हें इस क्रेडिट पर वेटेज मिलेगा. कक्षा 9 के सभी विषयों के लिए कुल 40 क्रेडिट होंगे. सीबीएसई बोर्ड के कक्षा 10वीं में भी ऐसा ही होगा.
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तीन भाषाओं के लिए 4-4 क्रेडिट
एनसीआरएफ के तहत भाषा विषय के लिए तीन अलग-अलग भाषाओं के लिए 120-120 घंटे होंगे और 4-4 क्रेडिट मिलेंगे. जबकि मैथ, साइंस और सोशल साइस विषय के लिए 150-150 घंटे निर्धारित होंगे जिसमें क्रेडिट प्वाइंट पांच होंगे. इसके अलावा अंतःविषय क्षेत्र के अंतर्गत पर्यावरण शिक्षा में 4 क्रेडिट प्वाइंट के लिए 120 घंटे, प्रोफेशनल एजुकेशन में स्किल विषयों में 150 घंटे होंगे जिसके लिए 5 क्रेडिट प्वाइंट दिए जाएंगे. वहीं फिजिकल एजुकेशन, वेल बीइंग और आर्ट एजुकेशन में 60 घंटे निर्धारित किए गए हैं, जिस पर 2 क्रेडिट अंक दिए जाएंगे.