केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उत्तर रेलवे के उप मुख्य अभियंता हरीश कुमार को एक ठेकेदार और उसके बेटे के साथ कथित तौर पर पांच लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि कथित रिश्वत लंबित बिल का भुगतान तेजी से कराने में मदद के वास्ते मांगी गई थी।
कुमार 2006 बैच के आईआरएसई अधिकारी हैं और लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर तैनात हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कुमार को रिश्वत देने वाले वीरेंद्र तोमर और उसके बेटे प्रशांत तोमर के साथ गिरफ्तार किया गया है।
वीरेंद्र तोमर की कोसी कलां में तोमर कंस्ट्रक्शन नाम से कंपनी है।
सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया, ‘‘उत्तर रेलवे, लखनऊ के लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों सहित 10 आरोपियों के खिलाफ सात नवंबर को मामला दर्ज किया गया था।
आरोप है कि उत्तर रेलवे, हजरतगंज, लखनऊ में तैनात लोक सेवकों ने निजी ठेकेदारों के साथ मिलकर साजिश रची और अवैध लाभ के बदले फर्जी या बढ़े हुए भुगतान को मंजूरी देने तथा बकाये के शीघ्र निस्तारण के लिए अनुचित पक्षपात किया।’’
उन्होंने कहा कि मामला दर्ज होने के बाद लखनऊ, जौनपुर और कोसी कलां में आरोपियों के कई परिसरों पर तलाशी ली गई, जिसमें लगभग 52 लाख रुपये, लॉकर की चाबियां, इलेक्ट्रॉनिक सामान और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए।
प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों को कल सक्षम अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा।
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